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वरुण, अनूप, पवन और सूर्यभान सिंह… कौन हैं BJP के ये 4 नेता जिन्हें NDA गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ना पड़ा महंगा?

BJP ने बिहार चुनाव 2025 से ठीक पहले अपने चार नेताओं वरुण सिंह, अनूप कुमार श्रीवास्तव, पवन यादव और सूर्यभान सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन सब पर NDA गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने का आरोप लगा, जिसे पार्टी नेतृत्व ने गंभीर अनुशासनहीनता माना।​

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पटना

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Anand Shekhar

Oct 27, 2025

bjp bihar

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद NDA गठबंधन के उम्मीदवारों के खिलाफ खड़े हुए बागियों पर बीजेपी ने कठोर कार्रवाई की है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) द्वारा 16 नेताओं को पार्टी से निकाले जाने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी अपने चार प्रमुख बागी नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई उन नेताओं के लिए एक बड़ा सबक है, जिन्होंने गठबंधन धर्म का उल्लंघन करते हुए निर्दलीय या विरोधी बनकर चुनाव लड़ने का फैसला किया। पार्टी ने इसे पार्टी विरोधी गतिविधि और घोर अनुशासनहीनता मानते हुए इन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है।

कौन हैं ये 4 बागी नेता?

जिन चार नेताओं पर गाज गिरी है, वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखते हैं और उनका विद्रोह NDA के चुनावी समीकरणों को बिगाड़ने की क्षमता रखता है।

पवन यादव (कहलगांव): पवन यादव कहलगांव विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक थे। कहलगांव, भागलपुर जिले की एक महत्वपूर्ण सीट है जहां पवन यादव की स्थानीय लोकप्रियता NDA उम्मीदवार के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद, पवन यादव ने गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन करने के बजाय अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को चुना, जिसके चलते उन्हें बाहर किया गया।

सूर्यभान सिंह (बड़हरा): भोजपुर जिले के बड़हरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे सूर्यभान सिंह को भी पार्टी ने निष्काषित कर दिया है। बड़हरा सीट पर जातिगत समीकरणों को साधने में सूर्य भान सिंह का प्रभाव काफी मायने रखता है। उनका चुनाव लड़ना सीधे तौर पर गठबंधन के उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाएगा, जिसके कारण हाईकमान ने तत्काल यह कठोर फैसला लिया।

वरुण सिंह (बहादुरगंज): वरुण सिंह बहादुरगंज विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं। यह सीट सीमांचल क्षेत्र की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। वरुण सिंह का पार्टी से बाहर जाना BJP के क्षेत्रीय जनाधार को बनाए रखने की कोशिशों को प्रभावित कर सकता है। पार्टी का साफ मानना है कि चाहे उम्मीदवार JDU का हो या BJP का, एनडीए का विरोध करने वाले नेता को संगठन में कोई जगह नहीं मिलेगी।

अनूप कुमार श्रीवास्तव (गोपालगंज): गोपालगंज विधानसभा सीट BJP का पारंपरिक गढ़ मानी जाती है। ऐसे में अनूप कुमार श्रीवास्तव का चुनाव लड़ना पार्टी के लिए दोहरी चुनौती है। अनूप श्रीवास्तव को निष्कासित करके, BJP ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि गोपालगंज में पार्टी का वोट बैंक विभाजित न हो और आधिकारिक उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित हो सके।

NDA से 48 घंटे में 20 बागी आउट

BJP की यह कार्रवाई ठीक उसी समय हुई है, जब इससे पहले JDU ने भी दो दिनों के भीतर अपने 16 बागी नेताओं पर बड़ी कार्रवाई की थी। JDU ने विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, पूर्व मंत्री हिमराज सिंह, पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव समेत कई दिग्गजों को बाहर का रास्ता दिखाया था। इस प्रकार, NDA गठबंधन के दोनों प्रमुख दलों ने मिलकर मात्र 48 घंटों के भीतर कुल 20 बागी नेताओं पर गाज गिराई है।

सख्त संदेश देने की कोशिश

BJP और JDU दोनों ने ही अपने निष्कासन पत्रों में कहा है कि पार्टी के खिलाफ काम करना या गठबंधन के उम्मीदवारों का विरोध करना नियमों का उल्लंघन और अनुशासनहीनता है, जिसके चलते इन नेताओं को संगठन से बाहर किया गया है।