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BPSC TEACHER PROTEST: ‘रिजल्ट जारी करवा दीजिए सर…,’ जब पटना की सड़कों पर गिड़गिड़ाने लगे शिक्षक अभ्यर्थी

BPSC TEACHER PROTEST: पटना में BPSC TRE-3 सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग को लेकर हजारों शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतरे। जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन, प्रशासन से गिड़गिड़ाने की कोशिश और सरकार से खाली पदों पर रिजल्ट जारी करने की गुहार जारी है।

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BPSC TEACHER PROTEST

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BPSC TEACHER PROTEST: पटना की सड़कों पर बुधवार को TRE-3 भर्ती परीक्षा के सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग को लेकर युवा अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। जेपी गोलंबर के आसपास हजारों उम्मीदवार इकट्ठा हुए और हाथों में जंजीरें बांधकर सरकार और आयोग के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों की भीड़ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी और उन्हें जबरन पीछे धकेलते हुए खदेड़ा।

मजिस्ट्रेट पहुंचे तो भावुक हुए उम्मीदवार

स्थिति को शांत करने के लिए प्रशासन ने मजिस्ट्रेट एमएच खान को मौके पर बुलाया। जैसे ही वे समझाने पहुंचे, कई अभ्यर्थी उनके पैरों में गिर पड़े और रिजल्ट जारी कराने की गुहार लगाने लगे। उन्होंने कहा कि छह महीनों से लगातार आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन सरकार कानों में तेल डाले बैठी है।

सप्लीमेंट्री रिजल्ट क्यों मांग रहे हैं उम्मीदवार?

उम्मीदवारों के मुताबिक TRE-3 भर्ती परीक्षा में करीब 66 हजार रिजल्ट आए हैं। इनमें से 10-15 हजार नाम ऐसे अभ्यर्थियों के हैं जो एक से ज्यादा जगह चयनित हो गए हैं। वे शिक्षक सिर्फ एक ही स्कूल में ज्वॉइन करेंगे, बाकी सीटें खाली रह जाएंगी। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि उन खाली पदों पर सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी कर अन्य अभ्यर्थियों को मौका दिया जाना चाहिए।

लगातार विरोध और बार-बार टकराव

बीते कुछ महीनों से अभ्यर्थियों और सरकार के बीच यह मामला टकराव में बदल गया है। हर बार अभ्यर्थियों की मांग वही रही है कि खाली पदों को भरने के लिए सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी किया जाए। इसके लिए बार बार प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

  • 24 मार्च को शिक्षक अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव किया था।
  • 4 अप्रैल को सीएम हाउस के बाहर हुए प्रदर्शन में पुलिस को भीड़ पर बल प्रयोग करना पड़ा।
  • 6 मई को दोबारा सीएम आवास की घेराबंदी के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हुए।

समाधान के वादे पर सवाल

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने पहले कहा था कि परिणाम जारी करने में सरकार को कोई आपत्ति नहीं है और इस पर निर्णय बीपीएससी को ही करना है। यहां तक कि उन्होंने आयोग को पत्र लिखने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन महीनों गुजर गए और कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यही वजह है कि अभ्यर्थियों का धैर्य अब जवाब दे रहा है और वे सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं।

पुलिस बनाम प्रदर्शनकारी

बुधवार को जब भीड़ ने जेपी गोलंबर से मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मिलने की कोशिश की, पुलिस ने बैरिकेडिंग के सहारे उन्हें रोक दिया। अभ्यर्थियों को जब बलपूर्वक पीछे धकेला गया, तो कई युवाओं को चोट भी आई। प्रशासन का कहना है कि इस मुद्दे का फैसला आयोग को करना है, सरकार इसमें दखल नहीं दे सकती।

आंदोलन थमने के आसार नहीं

प्रदर्शनकारी युवाओं ने साफ चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं किया गया तो उनका आंदोलन और उग्र होगा। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षक भर्ती को लेकर बड़े दावे करती है, लेकिन योग्य उम्मीदवारों को हक देने से पीछे हट रही है।