
सीएम नीतीश कुमार
बिहार के बख्तियारपुर में बुधवार को एक शिलान्यास समारोह के दौरान अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार को रोककर लाइब्रेरियन पद पर बहाली को लेकर तीखे सवाल किए। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे युवाओं ने मुख्यमंत्री से सीधे पूछा कि पहले दिए गए आश्वासनों के बावजूद अब तक लाइब्रेरियन पद की वैकेंसी का नोटिफिकेशन क्यों नहीं जारी हुआ। सवाल अचानक उठे और मुख्यमंत्री कुछ क्षणों के लिए असमंजस में पड़ गए। उन्होंने बिना कोई जवाब दिए अपने सचिव कुमार रवि की तरफ देखा, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इस पर पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ चंद्रशेखर ने स्थिति संभालते हुए अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया और कहा, “हो जाएगा।” इसके बाद मुख्यमंत्री ने बिना कोई जवाब दिए कार्यक्रम स्थल से आगे बढ़ना उचित समझा। लेकिन इस घटना ने युवाओं में असंतोष और बढ़ा दिया। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं और हर बार उन्हें आश्वासन देकर टाल दिया जाता है।
'सर सुनिए न सर... एक मिनट सर... सर आपने बिहार में 6500 लाइब्रेरियन के पद जारी करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक नोटिफिकेशन नहीं आया... कब तक होगा सर ये बताइए। STET का नोटिफिकेशन आपने जारी कर दिया, लेकिन लाइब्रेरियन का नहीं आया।' जिस पर युवाओं को आयुक्त ने कहा कि हो जाएगा। तो फिर अभ्यर्थियों ने कहा हम इसी लिए आए थे और फिर सब आगे बढ़ गए। कार्यक्रम में मौजूद युवाओं ने सीएम से कहा, कि वे सरकार की तरफ आशा लगाए बैठे हैं, लेकिन बार-बार मिलने वाले खाली वादों से उनकी उम्मीदें टूट रही हैं।
सोशल मीडिया पर कार्यक्रम का वीडियो तेजी से वायरल हो गया है और युवाओं के सवालों को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ गई है। कई युवाओं ने वीडियो शेयर कर सरकार से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। लाइब्रेरियन पद की बहाली की यह मांग बिहार में लंबे समय से चल रही है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी से वे बेरोजगारी और आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
Updated on:
11 Sept 2025 12:03 pm
Published on:
11 Sept 2025 11:35 am
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