नंबर वन मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह का बिहार कैसा था?
स्वतंत्रता सेनानी श्रीकृष्ण सिंह को बिहार की सेवा के लिए एक लंबा समय मिला और उनके समय बिहार की आर्थिक, सामाजिक स्थिति बहुत अच्छी थी। बिहार की गिनती तबके अगड़े राज्यों में होती थी। बिहार उनके दौर में देश का सबसे अच्छा प्रशासित राज्य था। कहा जाता है, श्रीकृष्ण सिंह के वर्ष 1961 में पद से हटने के बाद बिहार के पतन का दौर शुरू हुआ।
बिहार ने इन मुख्यमंत्रियों को खूब समय दिया
श्रीकृष्ण सिंह 5419 दिन बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे। नीतीश कुमार लगभग 4480 दिन से मुख्यमंत्री हैं। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को अलग-अलग मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार पीछे छोड़ चुके हैं, लेकिन संयुक्त रूप से अभी भी नीतीश कुमार बिहार पर राज्य करने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। लालू-राबड़ी ने मिलकर 5407 दिन मुख्यमंत्री पद संभाला था। एकल रूप से राबड़ी देवी अपने पति लालू प्रसाद यादव से ज्यादा दिन तक बिहार की मुख्यमंत्री रही हैं। बिहार की सेवा का मौका पाने के मामले में मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा पांचवें स्थान पर हैं, वे 1978 दिन बिहार के मुख्यमंत्री रहे। बिहार के यही पांच नेता हैं, जिन्हें बिहार के लोगों ने पांच साल से ज्यादा का समय सेवा के लिए दिया।
शपथ लेने में सबसे आगे नीतीश कुमार
नीतीश कुमार अब तक सर्वाधिक 6 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। श्रीकृष्ण सिंह ने चार बार शपथ ली थी। भोला पासवान शास्त्री, राबड़ी देवी और जगन्नाथ मिश्रा तीन-तीन बार शपथ ले चुके हैं, जबकि कर्पूरी ठाकुर और लालू प्रसाद यादव को दो-दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ का मौका मिला।
बिहार के मुख्यमंत्री और पद पर उनके दिन
1 – श्रीकृष्ण सिंह – 5419
2 – नीतीश कुमार – 4580
3 – राबड़ी देवी – 2718
4 – लालू प्रसाद यादव – 2689
5 – जगन्नाथ मिश्रा – 1978
6 – के. बी. सहाय – 1250
7 – बिन्देश्वरी दुबे – 1068
8 – बिनोदानंद झा – 926
9 – कर्पूरी ठाकुर – 831
10 – अब्दुल गफूर -649
11 – चंद्रशेखर सिंह – 577
(अन्य 12 नेता 500 से कम दिन बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं)