
chirag paswan file photo
प्रियरंजन भारती की रिपोर्ट...
(पटना): उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के तकनीकी तौर पर दो विधायकों को जदयू में मिलाने और नीतीश सरकार में शामिल करने के नीतीश कुमार के प्रयासों से एनडीए में घमासान के संकेत साफ दिख गए हैं। इसके साथ ही कुशवाहा को लेकर तस्वीरें भी स्पष्ट हो गई हैं।
शरद यादव से मिले कुशवाहा
कुशवाहा ने रविवार को रालोसपा विधायक प्रेमांशु शेखर की नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद सोमवार को नई दिल्ली में जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। मुलाकात के बाद कुशवाहा ने ट्विटर पर तस्वीर साझा करते हुए शरद यादव को देश का सबसे बड़ा राजनेता बताया। उन्होंने यह भी कहा कि अभी वह एनडीए का हिस्सा हैं। नीतीश कुमार पर पार्टी को तोड़ने और विधायकों को प्रलोभन देने के आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश जी को ऐसा नहीं करना चाहिए।
कुशवाहा के शरद यादव से मुलाकात को नए अर्थों में देखा जा रहा है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से अलग होकर शरद यादव ने अलग पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का गठन कर रखा है।अभी वह आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन का हिस्सा बने हुए हैं। दोनों नेताओं की भेंट मुलाकात के कई मायने निकाले जाने लगे हैं।
सूत्रों की मानें तो उपेंद्र कुशवाहा नई दिल्ली में भाजपाध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे थे पर उनसे मुलाकात किसी कारणवश नहीं हो पाई तो वह शरद यादव से मिलने जा पहुंचे।
चिराग पासवान मिले नीतीश कुमार और पीके से
उपेंद्र कुशवाहा को लेकर गरमाई सियासत के बीच ही लोजपा नेता और सांसद चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर से मुख्यमंत्री आवास पर जाकर मिले। दोनों से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर फिर बयान दिया। कहा कि कुशवाहा जी का अभी वनवे ट्रैफिक चल रहा है। कहा कि उन्हें सही कदम उठाना चाहिए। दो दिनों पूर्व भी उनके रुख को गलत करार दिया था।
चिराग पासवान ने कहा कि वह जमुई से ही चुनाव लड़ेंगे। नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर से चिराग पासवान की मुलाकात के दौरन जदयू नेता नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित सिंह भी मौजूद थे। बता दें कि नरेंद्र सिंह और रामविलास पासवान के बीच लंबे समय से अनबन हैं। नरेंद्र सिंह जदयू छोड़ अलग हो गए थे और अब फिर वापस लौटे हैं। सुमित सिंह जमुई से विधायक हैं।
नए समीकरणों के संकेत
बदलते घटनाक्रम के बीच उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच जारी द्वंद्व के साथ ही बिहार में चुनावी समीकरण करवट बदलने लगे हैं। इधर कुशवाहा का रुख भी चंद रोज के भीतर साफ होने के आसार बन आए हैं। लोक जन शक्ति पार्टी के कुशवाहा पर आक्रामक रुख और जदयू से बेहतर समझ के संकेतों से भी बहुत कुछ साफ हो गया है।
Published on:
12 Nov 2018 04:55 pm
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