6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

HAM Candidate List: जीतन राम मांझी ने अपने सभी 6 सीटों पर उतारे उम्मीदवार, जानें किस सीट पर बहू को दिया टिकट

HAM Candidate List: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को अपनी पार्टी के सभी 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

2 min read
Google source verification

HAM Candidate List: जीतन राम मांझी पार्टी प्रत्याशियों के साथ । फोटो- पत्रिका

HAM Candidate List: पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी HAM ने बिहार की 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। मांझी ने अपनी बहू दीपा कुमारी पर एक बार फिर भरोसा व्यक्त किया है। दीपा बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी हैं। सीट शेयरिंग के बाद से ही जीतन राम मांझी नाराज चल रहे थे। लेकिन, मंगलवार की सुबह एनडीए घटक दलों के साथ हुई बैठक में जीतन राम मांझी मान गए। इसके बाद एनडीए घटक दलों ने अपनी लिस्ट जारी करना शुरू कर दिया। सबसे पहले बीजेपी की ओर से पहले चरण के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई।

इमामगंज - दीपा कुमारी

टिकारी - अनिल कुमार

बाराचट्टी - ज्योति देवी

अतरी - रोमित कुमाऱ

सिकंदरा - प्रफुल कुमार माझी

कुटुंबा -ललन राम

6 सीटें मिलने पर नाराज थे मांझी

बिहार चुनाव में एनडीए की ओर से मात्र 6 सीट देने से जीतन राम मांझी नाराज थे। मांझी का पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में मात्र 07 सीटों पर चुनाव लड़कर 04 पर चुनाव जीती थी। लेकिन इस दफा एनडीए ने जीतन राम मांझी के एक सीट और कम कर दिया गया था। इस दफा उन्हें मात्र 06 सीटें दिया गया है। इससे वे काफी नाराज थे। जीतन राम मांझी 15 सीटों की मांग कर रहे थे।

NDA में दलित नेता कौन?

दरअसल, एनडीए में सीट शेयरिंग के साथ इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि एनडीए में दलित का नेता कौन? इस बात की चर्चा जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को मात्र 06 सीटें मिलने के बाद शुरू हुई थी। इसके कारण मांझी नाराज हो गए। इसके लेकर जीतन राम मांझी ने कहा, "आलाकमान ने जो निर्णय किया है, वो निर्णय शिरोधार्य है। लेकिन 6 सीट देकर हमारे महत्‍व को कम आंका गया है। जिसका हो सकता है कि हमारे एनडीए को खामियाजा भुगतना पड़े"

कब कितनी सीटों पर लड़ी मांझी की पार्टी

जीतन राम मांझी की पार्टी हम 2020 में सात सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इससे पहले 2015 में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को एनडीए की ओर से 21 सीटें दी गई थी। जीतन राम मांझी इस दफा ‘‘कम से कम 15 सीट'' की मांग कर रहे थे। जबकि चिराग पासवान की पार्टी लोजपा को 2015 में 42 सीटें मिली थी। वर्ष 2020 में पार्टी में दरार पड़ने पर लोजपा (आर) एनडीए गठबंधन से अलग 135 सीटों पर चुनाव लड़ी। 135 सीटों पर चुनाव लड़कर चिराग पासवान की पार्टी मात्र एक सीट जीती थी। जबकि 2020 में ही जीतन राम मांझी की पार्टी सात सीटों पर चुनाव लड़कर चार सीटें जीती थी। इसके लेकर ही इस दफा जीतन राम मांझी 15 सीटों की मांग कर रहे थे।