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इनसाइड स्टोरी: कांग्रेस ने आखिर क्यों RJD के सामने डाले हथियार? पढ़िए तेजस्वी को CM फेस बनाने के पीछे की कहानी

पटना में गुरुवार को महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरीय नेता अशोक गहलोत ने बिहार में नेता प्रतिपक्ष को बिहार चुनाव में महागठबंधन का सीएम फेस घोषित किया। इसके साथ ही मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम बनाने की बात कही।

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बिहार विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस अन्तत: आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को सीएम फेस मानने को तैयार हो गई। इसकी घोषणा भी कर दी गई। कांग्रेस ने आरजेडी के साथ साथ विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी को भी बिहार में सरकार बनने पर डिप्टी सीएम बनाने का वादा किया। महागठबंधन के साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरीय नेता अशोक गहलोत ने इसकी गुरुवार को पटना में ऐलान किया। कांग्रेस अभी तक सीएम फेस पर तेजस्वी यादव के नाम पर चुप्प थी। लेकिन, बुधवार को अशोक गहलोत और लालू प्रसाद के बीच हुई बातचीत के बाद कांग्रेस ने गुरूवार को तेजस्वी यादव के सीएम फेस घोषित कर दिया।

लालू के जिद के आगे झुकी कांग्रेस

आरजेडी के सीनियर नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पिछले कई दिनों से कांग्रेस से तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित करने के लिए दबाव बना रहे थे। वे कांग्रेस से तेजस्वी यादव के नाम सहमति चाह रहे थे। लेकिन, कांग्रेस इस मुद्दे को टाल रही थी। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव बाद विधायक दल की बैठक में इसपर चर्चा होगी। कांग्रेस और आरजेडी के बीच इस मुद्दे पर जब खटपट शुरू हुई तो आरजेडी ने बिना सीट शेयरिंग की औपचारिक घोषणा के अपने अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिए। इसके बाद कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट भी जारी कर दिया। इससे नाराज आरजेडी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के खिलाफ भी अपने प्रत्याशी उतार दिए। इस प्रकरण के बाद कांग्रेस ने पूरे मामले को बड़ी गंभीरता से लिया। कांग्रेस ने बंद हो गई बातचीत को फिर से आगे बढ़ाया।

पप्पू यादव की भूमिका के सचेत हुई कांग्रेस

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी की सक्रियता के पीछे पार्टी आलाकमान को मिली सूचना थी। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने करीब एक दर्जन के आस पास वैसे लोगों को टिकट दे दिया जो कि कांग्रेस के नहीं बल्कि बीजेपी के नेता हैं। इस सूचना के बाद कांग्रेस आला कामन परेशान हो गई। हाल के दिनों में कांग्रेस के चर्चित बयान देने के कारण सभी को पार्टी ने सभी को अपना प्रत्याशी बना दिया। इस सूचना के बाद कांग्रेस सचेत हुई और आनन फानन में पूरे मामले का हल निकालने में जूट गई है। कांग्रेस पार्टी की ओर से बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ता की पार्टी पहचान करने में लगी है। कांग्रेस ने इसमें आरजेडी को भी हस्तक्षेप करने को कहा है।

बीजेपी की बी टीम बनी कांग्रेस

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पटना के कुम्हार विधानसभा सीट, पश्चिम चंपारण का नौतन विधानसभा सीट, फारबिसगंज विधानसभा सीट, नालंदा, पूर्णिया का कस्बा, बथनारा, सिकंदरा और किशनगंज विधानसभा सीट पर कांग्रेस अपने प्रत्याशी को लेकर ज्यादा सचेत हो गई है। पार्टी को यह सूचना दी गई है कि इन सीटों के प्रत्याशी का बीजेपी से भी संबंध है। पार्टी अब इसकी जांच कर रही है। सभी के सोशल मीडिया अकाउंट चेक किए जा रहे हैं। कांग्रेस के पास अभी तक जो भी सूचना मिली है उसके अनुसार इनका बीजेपी और आरअसएस से रिश्ता रहा है। साक्ष्य के रूप में इन सभी के कई फोटो भी पार्टी आला कमान के सामने दिए गए हैं।

फ्रेंडली फाइट पर नहीं बनी बात

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि महागठबंधन में फ्रेंडली फाइट पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के साथ बातचीत हुई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आरजेडी प्रमुख ने कांग्रेस पर्यवेक्षक अशोक गहलोत से साफ कहा है कि पहले सीएम फेस पर तेजस्वी के नाम की घोषणा करें फिर हम इसपर बातचीत करेंगे। आरजेडी के एक सीनियर नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कुछ सीटों पर तो फ्रेंडली फाइट ही होगा। लेकिन सीएम फेस पर तेजस्वी के नाम की घोषणा के बाद कुछ सीटों से पार्टी अपना प्रत्याशी वापस ले सकती है।