
परिस्थतियों से मुकाबला करते हुए बनाई अपनी पहचान : वीणा मोदानी
अनुराग त्रिवेदी
जयपुर. किसी की उम्र कभी टैलेंट को आगे आने में बाधा नहीं बनती और यदि परििस्थतियों से लड़ा जाए या सामना किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है। कुछ ऐसी ही कहानी है, सिंगर वीणा मोदानी की। वीणा ने बताया कि बचपन से ही सिंगिंग का शौक था, लेकिन पिता ने कभी इस दिशो में प्रोत्साहित नहीं किया। परििस्थतियां भी अनुकूल नहीं थी, जिसकी वजह से भी सिंगिंग में कॅरियर नहीं बना पाई। ससुराल में आई तो यहां भी नाच-गाने को सही नहीं समझा जाता था, लेकिन इस बीच अपनी डांस अकेडमी शुरू की, विरोध हुआ, लेकिन इसे सही तरीके से समझाते हुए सभी को कन्वेंस कर लिया। आज से सात साल पहले प्रोफेशनल सिंगर के रूप में कॅरियर शुरू किया, जिसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आरडी बर्मन शो में मिला पहला मौका
वीणा मोदानी ने बताया कि सात साल पहले रिलेटिव्स के साथ एक प्रोग्राम में गई थी, वहां कई शौकिया सिंगर्स गा रहे थे, तभी उन्होंने मुझे भी मंच पर गाने के लिए प्रेरित किया। मेरी परफॉर्मेंस के बाद वहां मौजूद एक कॉन्सर्ट के आयोजक ने अपने अगले कार्यक्रम के लिए ऑफर दे दिया। उन्होंने आरडीबर्मन नाइट में आशा भोंसलेजी का गाना गाने को कहा, जब इस बारे में हसबैंड को बताया तो उन्होंने मेरा सपोर्ट किया। इस कॉन्सर्ट के हिट होने के बाद आगे से आगे ऑफर आते रहे।
जो मैंने फेस किया, वह कोई ओर न कर पाए
उन्होंने कहा कि संगीत में कॅरियर बनाने के लिए मैंने जो स्ट्रगल किया है, वह नए टैलेंटेड आर्टिस्ट न करें, इसके लिए मैं जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क ट्रेनिंग देती हूं। बच्चों को डांस और संगीत की शिक्षा से उनके हूनर को चमकाने के लिए काम करती हूं। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए मैं हमेशा से तैयार रहती हूं।
ये मिल चुके है अवॉर्ड
- पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने दिया महिला सशक्तिकरण अवॉर्ड
- राजस्थान गौरव अवॉर्ड
- वीमन अचीवर अवॉर्ड
- माहेश्वरी गौरव अवॉर्ड
- पं. मनमोहन भट्ट मेमोरियल अवॉर्ड
- वॉयस ऑफ राजस्थान अवॉर्ड
Published on:
17 Apr 2022 06:19 pm
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