
देश का 'मिनी-गोवा' (फोटो सोर्स- पत्रिका)
New Year Celebration: छत्तीसगढ़ में नए साल के जश्न की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। बस कुछ ही दिनों में साल 2026 की शुरुआत होने वाली है। ऐसे में लोग शहर की भीड़भाड़ से दूर ऐसी जगहों की तलाश में हैं, जहां परिवार और दोस्तों के साथ सुकून और यादगार पल बिताए जा सकें। यदि आप भी प्रकृति के बीच न्यू ईयर सेलिब्रेट करना चाहते हैं, तो छत्तीसगढ़ का धमतरी जिला आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
धमतरी जिले में कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक आस्था और रोमांच का अनोखा संगम पेश करते हैं। इनमें रविशंकर (गंगरेल) जलाशय बांध, मां बिलाई माता मंदिर और अंगारमोती मंदिर प्रमुख हैं।
रायपुर और धमतरी के बीच स्थित गंगरेल बांध आज छत्तीसगढ़ के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में शुमार है। नीला साफ पानी, चारों ओर फैली पहाड़ियां और शांत वातावरण के कारण पर्यटक इसे ‘मिनी गोवा’ के नाम से पहचानने लगे हैं। महानदी पर बने इस बांध का निर्माण वर्ष 1978 में किया गया था। 32 टीएमसी क्षमता वाला यह बांध जब लबालब भर जाता है और इसके 14 गेट खोले जाते हैं, तो पानी का नजारा सैलानियों को रोमांच से भर देता है। बांध के पूर्व दिशा में फैली हरी-भरी पहाड़ियां इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं।
पहले जहां पर्यटक केवल बांध देखकर लौट जाया करते थे, वहीं अब गंगरेल एक पूरी तरह विकसित पर्यटन स्थल बन चुका है। यहां आकर्षक गार्डन, सजावटी लाइटें, मोटल और ठहरने की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। यही वजह है कि अब यहां देश के साथ-साथ विदेशी पर्यटक भी पहुंच रहे हैं।
न्यू ईयर सेलिब्रेशन को खास बनाने के लिए गंगरेल बांध में वॉटर स्पोर्ट्स की शानदार व्यवस्था की गई है। यहां पर्यटक पैरासेलिंग, फ्लायबोर्ड, ज़ॉर्बिंग बॉल, पीडब्ल्यूसी बाइक, बनाना राइड, कयाकिंग, वॉटर साइकिल, पेडल बोट और सौ-सीटर पर्यटन नौका (शिप) का आनंद ले सकते हैं। पानी की लहरों के बीच नौका विहार और ठंडी हवाओं का एहसास पर्यटकों को खास अनुभव देता है। यह स्थान परिवार, दोस्तों और कपल्स सभी के लिए आदर्श पर्यटन स्थल है।
पर्यटकों के ठहरने के लिए यहां जर्मन लकड़ी से बने 12 वुडन कॉटेज और रेस्टोरेंट तैयार किए गए हैं। स्वदेश दर्शन योजना के तहत गंगरेल को ट्राइबल टूरिज्म सर्किट से जोड़ा गया है। इस परियोजना के लिए पर्यटन मंत्रालय द्वारा 99 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिससे यहां लॉग हट्स, कैफेटेरिया, पार्किंग और वॉटर स्पोर्ट्स सुविधाओं का और विकास किया जाएगा।
गंगरेल बांध तक पहुंचना बेहद आसान है। रायपुर, दुर्ग, बालोद, जगदलपुर सहित कई शहरों से यहां सीधी बस और ऑटो की सुविधा उपलब्ध है। बस स्टैंड और जोधापुर चौक से दिनभर साधन मिल जाते हैं। स्थानीय परिवहन का किराया लगभग 20 रुपये है।
धमतरी जिला मुख्यालय से करीब 36 किलोमीटर दूर स्थित नरहरा जलप्रपात भी पर्यटकों को खूब आकर्षित कर रहा है। घने जंगलों के बीच स्थित इस झरने के पीछे मौजूद गुफा में नरहरेश्वरी माता की प्रतिमा स्थापित है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए इसे पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जा रहा है।
विंटर सीजन में धमतरी और गंगरेल बांध की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। शांत वातावरण, रोमांचक गतिविधियां, धार्मिक स्थल और मनमोहक प्राकृतिक नजारे- सब कुछ एक ही जगह देखने को मिलता है। यदि आप नए साल 2026 की शुरुआत को यादगार बनाना चाहते हैं, तो धमतरी का गंगरेल बांध आपके लिए एक परफेक्ट चॉइस है।
Updated on:
18 Dec 2025 04:34 pm
Published on:
18 Dec 2025 04:33 pm
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