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मिसाल : सीए-सीएस इंस्टीट्यूट ने 50% तक कम की फीस, क्या दूसरे संस्थान भी आएंगे आगे?

गुड न्यूज- आर्थिक संकट के दौर में राहतभरी खबरपैरेंट्स को स्कूल-कॉलेजों से भी रियायत की उम्मीद

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मिसाल : सीए-सीएस इंस्टीट्यूट ने 50% तक कम की फीस, क्या दूसरे संस्थान भी आएंगे आगे?

मिसाल : सीए-सीएस इंस्टीट्यूट ने 50% तक कम की फीस, क्या दूसरे संस्थान भी आएंगे आगे?

जयपुर. कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती को देखते हुए सीए और सीएस संस्थान ने बच्चों को फीस में राहत देते हुए मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) और इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) ने कई कोर्सेज की फीस 50 प्रतिशत तक कम कर एक मिसाल पेश की है। आर्थिक संकट के दौर में अब मदद के हाथ आगे बढ़ाने की दूसरे संस्थानों की बारी है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए स्कूल-कॉलेज अगर फीस में कुछ रियायत देते हैं, तो इससे पैरेंट्स की बड़ी मदद होगी। हालांकि शहर के अधिकतर शिक्षण संस्थानों का कहना है कि वे इस साल फीस में बढ़ोतरी नहीं करेंगे। लेकिन अभिभावक फीस में कुछ छूट की उम्मीद लगाए बैठे हैं।

आइएमसीएस और एडवांस आइटीटी की वर्चुअल ट्रेनिंग

आइसीएआइ की सेंट्रल काउंसिल के सदस्य सीए प्रकाश शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के कारण पूरा विश्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हमारे यहां भी लाखों लोगों के रोजगार पर संकट पैदा हो गया है। ऐसे में हमने स्टूडेंट्स को फीस में राहत देने का निर्णय लिया है। हाल ही में शुरू की गई वर्चुअल आइएमसीएस और एडवांस आइटीटी ट्रेनिंग प्रोग्राम की 12 हजार से घटाकर 7 हजार रुपए कर दी गई है। वहीं सीए सदस्यों के लिए कॉनकरंट बैंक ऑडिट, फॉरेंसिक ऑडिट, वैल्यूएशन कोर्स ऑफ फाइनेंशियल सिक्योरिटी जैसे करीब 15 ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस में भी 30 फीसदी की कटौती की गई है। इंस्टीट्यूट ने 100 करोड़ रुपए का कॉपर्स फंड बनाया है, जिससे जरूरतमंद मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।

तीन जून से शुरू होगा फाउंडेशन कोर्स

आइसीएआइ जयपुर चैप्टर के चेयरमैन सीए अनिल कुमार यादव ने बताया कि सीए स्टूडेंट्स के लिए हम 3 जून से फाउंडेशन कोर्स की ऑनलाइन क्लास शुरू कर रहे हैं। पिछली बार तक इसकी फीस 11 हजार रुपए थी, वहीं इस साल फीस सिर्फ पांच हजार रुपए ही रखी गई है। प्राइवेट इंस्टीट्यूट में फाउंडेशन कोर्स की फीस 40 से 50 हजार रुपए तक ली जाती है। इस कोर्स को जयपुर चैप्टर के साथ ही देश के किसी भी कोने से बच्चे जॉइन कर सकते हैं। जल्द ही इंटरमीडिएट और फाइनल के स्टूडेंट्स के लिए भी कोर्स शुरू करने जा रहे हैं।

फीस में कटौती के साथ फ्री कोर्स

आइसीएसआइ के नेशनल प्रेसिडेंट सीएस आशीष गर्ग ने बताया कि आर्थिक मंदी की इस घड़ी में हमें एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इंस्टीट्यूट ने कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए फीस में कटौती करने के साथ कुछ कोर्स फ्री भी शुरू किए हैं। हमने एमएसओपी ट्रेनिंग को ऑनलाइन कर दिया है। पंद्रह दिन के इस फाइनल ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस साढ़े सात हजार से लेकर करीब 25 हजार तक थी। वहीं अब एमएसओपी ट्रेनिंग की फीस साढ़े तीन हजार रुपए कर दी गई है। जयपुर चैप्टर में इसकी फीस करीब साढ़े सात हजार रुपए थी, वहीं मुबई चैप्टर में करीब 25 हजार रुपए। अब पूरे देश में एमएसओपी की फीस 3800 रुपए कर दी गई है। साथ ही जुलाई में एग्जाम देने वाले देशभर के करीब 75 हजार स्टूडेंट्स के लिए संस्थान की ओर से ऑनलाइन फ्री क्रैश कोर्स शुरू किया गया है। ये क्रैश कोर्स कोई भी स्टूडेंट जॉइन कर सकता है। फाउंडेशन, एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल कोर्स के स्टूडेंट्स के लिए क्रैश कोर्स 3 जुलाई तक आयोजित किए जाएंगे। पिछले साल तक इन कोर्सेज की हर चैप्टर फीस लेता था।

रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स अब ऑनलाइन

आइसीएसआइ (आरवीओ) के प्रेसिडेंट सीएस श्याम अग्रवाल के अनुसार रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स की फीस भी 20 हजार से घटाकर साढ़े नौ हजार कर दी है। पचास घंटे का ट्रेनिंग प्रोग्राम ‘रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स’ पहले ऑफलाइन होता था। लॉकडाउन के चलते इसे ऑनलाइन कर दिया गया है। अब तक चार ट्रेनिंग सेशन में करीब 500 मेंबर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।