30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

यूपी बना देशी पर्यटन का सिरमौर, जानिए राजस्थान किस नंबर पर है?

Most visited state in India 2025: राजस्थान देश-विदेश में पर्यटन के लिए जाना जाता है, लेकिन पर्यटकों की संख्या के मामले में यूपी ने सभी राज्यों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। जानिए किस पायदान पर है राजस्थान।

4 min read
Google source verification
rajasthan tourism

प्रयागराज महाकुंभ में नौका विहार का दृश्य, इनसेट में पर्यटकों से गुलजार जयपुर का आमेर किला- Photo- Patrika Network

Most visited state in India 2025: राजस्थान में नववर्ष से पहले पर्यटन का रंग चढ़ चुका है। पूरा प्रदेश सैलानियों से गुलजार है। प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, पुष्कर, माउंट आबू सहित सभी जगह पर्यटकों का सैलाब उमड़ रहा है।

आंकड़ों से पता चलता है कि केवल जयपुर में ही पिछले एक हफ्ते में करीब साढ़े चार लाख पावणे पहुंचे। पिछले वर्ष इसी अवधि में पिंकसिटी में लगभग 3.6 लाख पावणे आए थे। बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटकों के आगमन से पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है।

देशी पावणों में यूपी की बादशाहत

भले ही राजस्थान देश-विदेश में पर्यटन के लिए जाना जाता हो, लेकिन पर्यटकों की संख्या के मामले में यूपी ने सभी राज्यों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। राजस्थान 5वें नंबर पर है।

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की ओर से हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार घरेलू पर्यटन के मामले में देश में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। 137 करोड़ से अधिक देशी पावणों ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया, इसके अलावा 3.66 लाख विदेशी पर्यटक भी आए।

प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे रिकॉर्ड श्रद्धालु

उत्तर प्रदेश की इस उपलब्धि में सबसे अहम योगदान प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का रहा, जिसमें 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने शिरकत की। खास बात यह है कि लगातार चौथे वर्ष यूपी घरेलू पर्यटकों की संख्या के मामले में पहले नंबर पर रहा है।

यूपी में अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, वृंदावन और श्रावस्ती प्रमुख पर्यटन केंद्रों के रूप में उभरे हैं। यूपी के पर्यटन और संस्कृति विभाग द्वारा नियमित रूप से आयोजित होने वाले कार्यक्रम जैसे दीपोत्सव, रंगोत्सव, देव दीपावली और माघ मेला भारत और विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण बन गए हैं।

Up Tourism: यूपी में पर्यटकों की संख्या में बूम की क्या वजह रही

यूपी सरकार की ओर से कहा गया है कि उत्तर प्रदेश हमेशा से भारतीय संस्कृति और इतिहास का अहम केंद्र रहा है, लेकिन 2017 से पहले उपेक्षित रहे पर्यटन स्थलों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पुनर्जीवित किया गया है।

पर्यटन स्थलों के जीर्णोद्धार के साथ-साथ परिवहन, आतिथ्य सत्कार और संपर्क को मजबूत करने पर जोर दिया गया। बेहतर हवाई संपर्क, रेल और बस सेवाएं और ठहरने की सुविधाओं को बेहतर करने से विदेशी पर्यटकों के आगमन में वृद्धि हुई है। 2025 में यूपी के पर्यटन विभाग ने 1,283.33 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की।

दक्षिण भारत ने भी कायम किया दबदबा

पर्यटन रैंकिंग में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहा, लेकिन सबसे अधिक पर्यटक दक्षिण भारत में पहुंचे। देशी पर्यटकों के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश रहे। इन तीनों राज्यों में देश के कुल 30 फीसदी से अधिक पर्यटक सैर सपाटे के लिए पहुंचे।

भारत में 2024 में घरेलू पर्यटकों की संख्या 2948.19 मिलियन रही, जो कि 2023 में 2508.82 मिलियन के मुकाबले 17.51 फीसदी अधिक है। 2024 में विदेशी पर्यटकों की संख्या 20.94 मिलियन रही, जो 2023 में 19.24 मिलियन के मुकाबले 8.84 फीसदी अधिक है। घरेलू पर्यटकों के मामले में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु टॉप दो राज्य रहे।

2024-25 वित्तीय वर्ष में ताजमहल देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए लो​कप्रिय पर्यटन स्थल रहा। ताज का दीदार करने के लिए 6.26 मिलियन देशी पर्यटक और 0.645 मिलियन विदेशी पर्यटक पहुंचे।

घरेलू पर्यटकों के लिए अन्य लोकप्रिय स्थलों में कोणार्क का सूर्य मंदिर (3.57 मिलियन) और कुतुब मीनार (3.20 मिलियन) शामिल है। विदेशी पर्यटकों ने ताजमहल के बाद आगरा फोर्ट (0.22 मिलियन) और कुतुब मीनार (0.22 मिलियन) को पसंद किया।

भारत में किस देश से पहुंचे सबसे अधिक पर्यटक

भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 1981 से लेकर 2019 तक लगातार इजाफा दर्ज किया गया। कोविड महामारी के कारण 2020 में विदेशी पर्यटकों के आगमन में भारी गिरावट देखी गई। 74.93 फीसदी की गिरावट के साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या घटकर 27.4 लाख रह गई।

इसके बाद धीरे-धीरे सुधार देखने को मिला। वर्ष 2022 में इसमें तेज उछाल आया और यह 64.4 लाख पर पहुंच गई। वर्ष 2024 में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़कर 99.5 लाख हो गई।

2024 में कुल विदेशी पर्यटक आगमन (99,51,722) लेकिन करोना से पहले 2019 के स्तर (1,09,30,355) से 9,78,633 कम रहा। भारत में अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर, और इटली जैसे प्रमुख देशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई।

Rajasthan Tourism: राजस्थान में देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या

वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान राजस्थान पर्यटन के लिहाज से देश के प्रमुख राज्यों में शुमार रहा। इस अवधि में राजस्थान में देशी और विदेशी पावणों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई। वर्ष 2024-25 के दौरान राजस्थान में 23 करोड़ 84 हजार 198 देशी पर्यटक पहुंचे। घरेलू पर्यटन में यह बढ़ोतरी धार्मिक पर्यटन, हेरिटेज सर्किट, मेलों-उत्सवों, बेहतर सड़क-हवाई कनेक्टिविटी और राज्य सरकार द्वारा पर्यटन प्रचार को बढ़ावा देने की वजह से रही।

भारत और राजस्थान में आए विदेशी पर्यटक

माहभारत में विदेशी पर्यटक आगमन (Foreign Tourist Arrivals 2024*)भारत में विदेशी पर्यटक आगमन (Foreign Tourist Arrivals 2023)राजस्थान में विदेशी पर्यटक यात्राएं (Foreign Tourist Visits 2024)राजस्थान में विदेशी पर्यटक यात्राएं (Foreign Tourist Visits 2023)
जनवरी9,58,7338,68,1602,40,7291,44,334
फरवरी10,02,6648,65,7792,83,4151,71,509
मार्च8,59,6887,95,8272,69,7921,88,426
अप्रैल6,50,7486,03,9851,23,07398,448
मई5,98,4805,98,48063,88655,058
जून7,06,0456,48,00850,54442,110
जुलाई7,76,1107,60,62382,58369,902
अगस्त6,36,2776,43,1941,35,3761,21,179
सितंबर6,69,5736,48,2131,18,6391,13,116
अक्टूबर8,20,2948,11,4112,03,1821,98,161
नवंबर9,22,2652,82,8272,82,510
दिसंबर10,70,1632,18,3612,15,516
कुल76,78,61292,36,10820,72,40716,99,869
Data Source: Rajasthan Tourism Department (2024 के आंकड़े जनवरी–अक्टूबर)

जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, पुष्कर और माउंट आबू जैसे शहर घरेलू सैलानियों की पहली पसंद बने रहे। कोरोना महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में हुई रिकवरी का सीधा लाभ राजस्थान को मिला है।

विदेशी पर्यटकों की संख्या अब लगभग कोविड-पूर्व स्तर के करीब पहुंच गई है, जो राज्य के पर्यटन क्षेत्र के लिए शुभ संकेत है। राजस्थान में 2024-25 में अमरीका, यूके और फ्रांस से सर्वाधिक पर्यटक पहुंचे। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिलने के साथ ही हजारों लोगों को रोजगार मिला।