
पीएम नरेंद्र मोदी (Photo: X/@BJP Bihar)
PM Modi Manipur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर को मणिपुर के दौरे पर जाने वाले हैं। वह मई 2023 में हिंसा शुरू होने के बाद पहली बार मणिपुर जा रहे हैं। इस दौरान वह राज्य को करोड़ों रुपए की सौगात देंगे। पीएम मोदी कुकी बाहुल्य (Kuki) और मैतेई बाहुल्य (Meitei) दोनों इलाकों में जाएंगे। पीएम मोदी के दौरे पर देश भर की निगाहें टिकी हुई हैं। खासकर पूर्वोत्तर राज्य की छोटी पार्टियां पीएम मोदी के दौरे पर नजर बनाए हुई हैं। त्रिपुरा में NDA सरकार में शामिल टिपरा मोथा पार्टी के प्रमुख प्रद्योत देबवर्मा ने प्रतिक्रिया दी है।
टिपरा मोथा पार्टी प्रमुख वर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी का मणिपुर दौरा पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो भी हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मणिपुर को एक मरहम की जरूरत है। इसलिए हम ये देखना चाहेंगे कि पीएम मोदी मणिपुर में क्या कहते हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि दिल्ली से दूर होने के कारण पूर्वोत्तर को हर बार नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने मोदी सरकार से मांग की है कि वह पूर्वोत्तर के राज्यों पर ज्यादा ध्यान दें। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों को अवैध प्रवासियों का सामना करना पड़ता है। जो सुरक्षा के लिए खतरा है।
प्रद्योत ने आगे कहा कि जब पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्री, मंत्री और नेता दिल्ली पहुंचते हैं और केंद्र सरकार के मंत्रियों से मिलने के लिए समय मांगते हैं तो उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता है। केंद्र सरकार की प्राथमिकता बिहार, बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और शायद असम भी हैं, लेकिन उनकी प्राथमिकताओं में अन्य पूर्वोत्तर राज्य भी होने चाहिए।
बता दें कि हाल ही में प्रद्योत देबबर्मा की पार्टी ने केंद्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए दिल्ली में प्रदर्शन किया था। TMP ने कहा था कि पिछले साल मार्च में हस्ताक्षरित त्रिपक्षीय समझौते, जिस पर केंद्र सरकार, राज्य सरकार और पार्टी के नेताओं ने हस्ताक्षर किए थे। उन पर कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।
कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी), कंगली यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल), पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक (पीआरईपीएके), यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की राजनीतिक शाखा रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट, कोरकॉम का हिस्सा हैं। कोरकॉम ने मैतेई और कुकी के बीच जारी हिंसा के लिए केंद्र की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मणिपुर को भारत को "मुख्यभूमि भारतीय आबादी" के प्रभुत्व वाले क्षेत्र में बदलने की कोशिश की। कोरकॉम ने इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का बहिष्कार किया था।
कुकी-ज़ो काउंसिल ने पीएम मोदी के आगामी दौरे का स्वागत किया है। कुकी लोगों ने कहा कि यह ऐतिहासिक और दुर्लभ अवसर है। उन्होंने कहा कि दशकों बाद भारतीय प्रधानमंत्री हमारे इलाके में आ रहे हैं। कुकी लोगों ने कहा कि हम मणिपुर से अलग होने की मांग उठाते रहे हैं। हम , भारतीय संविधान के अनुच्छेद 239ए के तहत विधायिका वाले एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में एक अलग प्रशासन की मांग करते रहे हैं। हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी हमारी आवाज और आकांक्षाओं को उचित मान्यता देंगे। हालांकि, मैतेई समुदाय कुकी लोगों की इस मांग के खिलाफ है। वह पड़ोसी म्यांमार से अवैध चिन-कुकी प्रवासियों का पता लगाने के लिए NRC चाहती हैं।
पीएम मोदी के मणिपुर दौरे से दो दिन पहले राज्य में हिंसा भड़क उठी है। उपद्रवियों ने चुराचांदपुर में पीएम मोदी के स्वागत में लगे पोस्टर व बैनर फाड़ दिए। उनमें आग लगा दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने उपद्रवियों को भगाने के लिए लाठीचार्ज भी किया। पुलिस की लाठीचार्ज के दौरान कितने लोग घायल हुए, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
न्यूज एजेंसी PTI ने कहा कि पीएम मोदी 13 सितंबर को राज्य का दौरा करेंगे। इस दौरान वह 8500 करोड़ रुपए की सौगात देंगे। वह कुकी समुदाय बहुल चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड में 7300 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। साथ ही, मैतेई समुदाय बहुल इलाके इंफाल में वह 1200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे।
Published on:
12 Sept 2025 01:18 pm
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