ज्यादातर बैंक FD के मुकाबले 75% से 90% तक लोन देते हैं। यह सुविधा पर्सनल लोन, होम लोन या प्रॉपर्टी लोन के रूप में मिल सकती है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद रेपो रेट में कोई बदलाव न करने का फैसला किया है और उसे 5.5% पर स्थिर रखा है। क्योंकि पिछली मीटिंग में वह 100 बेसिस प्वाइंट की कमी पहले ही कर चुका है, जिसका असर ब्याज दरों पर पड़ना शुरू हो गया है। बैंकों ने Fixed Deposit Interest Rates में कमी करना शुरू कर दिया है। ऐसे में बैंक में निवेश का क्या ऑप्शन है, जो पारंपरिक निवेश पर मोटा फायदा करा सकता है। महंगाई दर पर केंद्रीय बैंक को कोई टेंशन नहीं जानकार बताते हैं कि महंगाई की दर 8 माह के निचले स्तर 2 फीसदी पर बनी हुई है, ऐसे में रिजर्व बैंक को किसी बात की टेंशन नहीं है। लेकिन कमर्शियल बैंकों की इनकम सोर्स यानि ब्याज दरों से होने वाली कमाई प्रभावित होना शुरू हो गई है। ऐसे में Short Term Fixed Deposit बेहतर और गारंटीड रिटर्न के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
निवेश सलाहकार अमित निगम के मुताबिक अगर आप अपने पैसों पर सेफ और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं तो शॉर्ट टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह एक ऐसा निवेश इंस्ट्रूमेंट है, जिसमें आप तय समय के लिए पैसा बैंक या एनबीएफसी में लगाते हैं और उस पर आपको निश्चित ब्याज मिलता है। इस दौरान आपका पैसा लॉक रहता है और आपको मैच्योरिटी पर मूलधन के साथ ब्याज मिलता है। शॉर्ट टर्म FD की खासियत यह है कि इसकी मियाद सिर्फ 7 दिन से लेकर 12 महीने तक होती है।
शॉर्ट टर्म FD का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को कम टाइम के लिए निवेश का मौका देना है, जिसमें वे सेविंग्स अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज कमा सकते हैं। जहां बचत खाता आमतौर पर 2.5% से 3.5% ब्याज देता है, वहीं शॉर्ट टर्म FD में आपको 4% से 5.5% तक का ब्याज मिल सकता है, जो बैंक और मियाद के अनुसार अलग होता है। इसके अलावा, निवेश करने के लिए 1,000 रुपये का मिनिमम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। आप FD के मेच्योर होने पर उसे रिन्यू कर सकते हैं या ऑटोमैटिक रिन्यूअल का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसमें नॉमिनेशन की सुविधा भी होती है।
शॉर्ट टर्म FD पर मिलने वाली ब्याज दरें बैंक तय करता है और ये समय-समय पर बदल सकती हैं। जनरल पब्लिक के लिए यह दर 2.50% से लेकर 5.20% तक जाती है, जबकि सीनियर सिटीजन के लिए यह 3.00% से 5.80% तक हो सकती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है, यानी वह आपकी कुल आय में जोड़ा जाएगा और आपके टैक्स स्लैब के अनुसार उस पर टैक्स लगेगा। अगर 1 साल में ब्याज 40,000 रुपये (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रुपये) से ज्यादा हो जाता है तो टीडीएस (TDS) काटा जाता है।
सरकारी क्षेत्र का कैनरा बैैंक और प्राइवेट सेक्टर का एक्सिस बैंक शॉर्ट टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट पर सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहे हैं। यहां अगर आप एक लाख रुपये का निवेश करते हैं तो यह 14 साल में डबल हो जाएगा। अन्य बैंक भी अच्छा ब्याज ऑफर कर रहे हैं।
| बैंक का नाम | सामान्य नागरिक | वरिष्ठ नागरिक |
| बैंक ऑफ बड़ौदा | 2.80% – 4.90% | 3.30% – 5.40% |
| HDFC बैंक | 2.50% – 4.90% | 3.00% – 5.40% |
| कोटक बैंक | 2.90% – 4.40% | 3.00% – 4.90% |
| SBI | 2.90% – 4.40% | 3.40% – 4.90% |
| बैंक ऑफ इंडिया | 3.25% – 4.75% | 3.75% – 5.25% |
| कैनरा बैंक | 2.95% – 5.20% | 2.95% – 5.70% |
| ICICI बैंक | 2.50% – 4.90% | 3.00% – 5.40% |
| एक्सिस बैंक | 2.50% – 5.15% | 2.50% – 5.80% |
| एफडी की ब्याज दरें बैंक तय करते हैं, जो कभी भी बदल सकती है। | ||
अगर आपको किसी आपात स्थिति में नकदी की जरूरत हो और आप अपनी FD नहीं तोड़ना चाहते, तो आप FD को गिरवी रखकर लोन भी ले सकते हैं। ज्यादातर बैंक FD के मुकाबले 75% से 90% तक लोन देते हैं। यह सुविधा पर्सनल लोन, होम लोन या प्रॉपर्टी लोन के रूप में मिल सकती है। शॉर्ट टर्म FD खोलने के लिए आपको उसी बैंक में एक सेविंग्स अकाउंट रखना होता है। आपको एक पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड), एड्रेस प्रूफ (जैसे बिजली बिल या राशन कार्ड) और पासपोर्ट साइज फोटो देनी होती है। FD खाता खोलने के लिए आप बैंक ब्रांच जाकर या ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल/ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सुरक्षित निवेश : शॉर्ट टर्म FD एक बेहद सुरक्षित निवेश है, जिसमें बाजार जोखिम न के बराबर होता है।
फ्लेक्सिबल टेन्योर : निवेशक अपनी सुविधा अनुसार 7 दिन से लेकर 12 महीने तक की अवधि चुन सकते हैं।
बेहतर ब्याज दरें : सेविंग्स अकाउंट की तुलना में FD में ब्याज अधिक मिलता है।
लिक्विडिटी की सुविधा : जरूरत पड़ने पर FD को समय से पहले तोड़ा जा सकता है।
लोन सुविधा : FD के खिलाफ लोन लेने की सुविधा उपलब्ध है, जिससे इमरजेंसी में मदद मिलती है।