
जौहरी ने कहा कि सोमवार को होने वाली बोली से बीसीसीआई को रिकार्ड रकम मिल सकती है। हालांकि मैं किसी संख्या की भविष्यवाणी नहीं कर सकता लेकिन हमारा मुख्य मकसद हर हितधारक के लिए पारदर्शी और ठोस बोली प्रक्रिया को लागू करने का है। उन्होंने कहा कि हम उच्चतम न्यायालय और प्रशासकों की समिति का हमारी मौजूदा प्रक्रिया पर भरोसा करने पर आभार व्यक्त करते है।

आईपीएल दुनिया में सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में से एक है जिसमें दुनिया भर के निवेशकों ने रूचि दिखाई है। मीडिया अधिकारों को टेलीविजन और डिजिटल की श्रेणियों में बांटा गया है। 2018 से 2022 तक के लिए दिए जाने वाले इन अधिकारों की बोली से बीसीसीआई को 20 हजार करोड़ रुपये कमाई का अनुमान है। यानि करीब 4 हजार करोड़ रुपए सालाना बीसीसीआई ब्राडकास्टर्स से कमाएगा।

वहीं 65 करोड़ प्रति मैच, आठ टीम के लिए और कुल 60 मैचों में कमाई होगी। 2008 में प्रत्येक साल 408 करोड़ रुपए का राजस्व बीसीसीआई को 10 सालों के लिए हुआ है। जो 2009 में अगले 9 सालों के लिए 900 करोड़ जा पहुंचा। 2017 में टीवी और डिजिटल राइटस 5 साल के लिए 20 हजार करोड़ में बिकने का अनुमान लगाया गया था। यानि 2008 में 408, 2009 में 900 करोड़ और 2017 में ये 4 हजार करोड़ पहुंच गया।

डिजिटल अधिकारों की दौड़ में एयरटेल और रिलायंस जियो के बीच मुख्य मुकाबला हो सकता है। पिछली बार यह अधिकार 2015 में तीन वर्षों के लिये नोवा डिजिटल ने 302.2 करोड़ रुपए में खरीद था जबकि 2007 में टीवी अधिकार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 10 साल के लिये बेचा गया था।

नीलामी के लिए मुख्य रुप से स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ताज टीवी इंडिया अमेजन सेलर्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, फॉलोऑन इंटरेक्टिव मीडिया, टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड, सुपरस्पोर्ट इंटरनेशनल, गल्फ डीटीएच, ट्विटर, फेसबुक, डिस्कवरी, एयरटेल, याहू समेत कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं।