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कोटा में सुरक्षा के नाम पर न Gun है और न Gunman…देखिए तस्वीरें…

कोटा. शहर में आए दिन चोरी, लूट की वारदातों के बाद भी सरकारी से लेकर निजी संस्थाओं व कार्यालयों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त नहीं हैं।

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कोटा

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abhishek jain

Jan 24, 2018

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

नयापुरा थाने से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित मणप्पुरम फाइनेंस लि. की शाखा में चार लुटेरे बंदूक तानकर लगभग 8.10 करोड़ की लागत का 27 किलो सोना लूट ले गए। लेकिन पुलिस कुछ न कर सकी।

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

मणप्पुरम गुमानपुरा : यहां गार्ड फायनेंस कार्यालय में बाहर ताला लगाकर अंदर रहता है। बाहर पता किया तो सामने आया कि गार्ड के पास बंदूक नहीं है। जबकी एक दिन पहले ही इस फाइनेंस कम्पनी की नयापुरा शाखा में लूट हो चुकी है।

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

एसबीआई की चेस्ट ब्रांच : एसबीआई एरोड्राम स्थित चेस्ट ब्रांच पर एक गार्ड बाहर खड़ा होकर बाते कर रहा था। उससे बंदूक के बारे में पूछा तो कहा अंदर रखी है। बैंक अधिकारी से बात की तो कहा बंदूक पास होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां कोर्ड सिस्टम से लॉकर लॉक होते हैं। सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता है।

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

पंजाब नेशनल बैंक : यहां सुरक्षा के नाम पर बाहर कोई गार्ड नजर नहीं आया। रात 8 बजे तक यहां शटर आधा डाउन कर कार्य किया जा रहा था।

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

एसबीआई स्माल स्केल इंडस्ट्री एरिया : इस ब्रांच में एक गार्ड रहता है जिसके हवाले बैंक व एटीएम दोनों है। रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक ही रहता है। तीन घंटे सुरक्षा राम भरोसे रहती है।

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

आईसीआईसीआई बैंक : एरोड्राम चौराह स्थित बैंक में बंदूकधारी गार्ड नहीं है। रात 9 बजे के बाद गार्ड बैंक शाखा के बाहर केवल डंडा लेकर खड़ा रहता है। बैंक अधिकारी से बात की तो बताया कि यहां एक गार्ड सुबह और एक शाम को आता है।

No Safety in Bank and ATM and Finance Company in Kota

बैंक, एटीएम व फाइनेंस कम्पनियों में सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। मंगलवार शाम से लेकर रात तक शहर में स्थित बैंक, एटीएम व फायनेंस कम्पनियों की सुरक्षा व्यवस्था को पत्रिका टीम ने जांचा तो केवल औपचारिकता ही नजर आई। कहीं गार्ड नहीं दिखे तो कहीं गार्ड के पास बंदूक ही नहीं थी। सुरक्षा के जो इंतजाम होने चाहिए वह भी नजर नहीं आए।