
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 9 दिसंबर को राजधानी रायपुर (Raipur) स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचे। उन्होंने वहां इलाजरत भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Purskar) से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल से मुलाकात कर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की और बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री साय (CM Vishnu Deo Sai) ने कहा कि विनोद कुमार शुक्ल भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर हैं। उनकी सृजनशीलता, संवेदना और सरल भाषा में गहन अनुभूतियों की अभिव्यक्ति देश और प्रदेश दोनों को गौरवान्वित करती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा एवं छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी (Chhattisgarh Sahitya Academy) के अध्यक्ष शशांक शर्मा उपस्थित थे।

बता दें कि ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित विनोद कुमार शुक्ल (Writer Vinod Kumar Shukla) को तबीयत खराब होने के बाद 2 दिसंबर को एम्स (AIIMS Raipur) में भर्ती कराया गया है। उनके बेटे शाश्वत शुक्ल ने बताया कि अक्टूबर में भी शुक्ल की तबीयत खराब हो गई थी, तब एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को 21 नवंबर को रायपुर में स्थित उनके निवास पर आयोजित एक समारोह में 59वां ज्ञानपीठ पुरस्कार (Gyanpith Award) प्रदान किया गया था। उन्होंने नौकर की कमीज (Naukar Ki Kameez), खिलेगा तो देखेंगे, दीवार में एक खिड़की रहती थी (Deewar Mein Ek Khirkee Rahati Thi) और एक चुप्पी जगह जैसे उपन्यासों आदि की रचना की है।