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जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

जंगल में यू नाच उठे मयूर

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सतना

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Sajal Gupta

Apr 28, 2020

जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

सतना. लॉकडाउन के कारण भौतिक सुख सुविधाओं का आदी हो चुका मानव संकट से जूझ रहा है। तो प्रकृति पर निर्भर पशु पक्षी जंगलों की गोद में बसे आदिवासी परिवारों के बीच स्वच्छंद विचरण कर रहे है। लॉकडाउन से जल जंगल व जमीन को कितनी राहत मिली है। इसकी सुखद अनुभूति कराते कलरव करते पंक्षी। और जंगल में मदमस्त हो कर नृत्य करते मोर। 

जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

सतना. लॉकडाउन के कारण भौतिक सुख सुविधाओं का आदी हो चुका मानव संकट से जूझ रहा है। तो प्रकृति पर निर्भर पशु पक्षी जंगलों की गोद में बसे आदिवासी परिवारों के बीच स्वच्छंद विचरण कर रहे है। लॉकडाउन से जल जंगल व जमीन को कितनी राहत मिली है। इसकी सुखद अनुभूति कराते कलरव करते पंक्षी। और जंगल में मदमस्त हो कर नृत्य करते मोर। 

जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

सतना. लॉकडाउन के कारण भौतिक सुख सुविधाओं का आदी हो चुका मानव संकट से जूझ रहा है। तो प्रकृति पर निर्भर पशु पक्षी जंगलों की गोद में बसे आदिवासी परिवारों के बीच स्वच्छंद विचरण कर रहे है। लॉकडाउन से जल जंगल व जमीन को कितनी राहत मिली है। इसकी सुखद अनुभूति कराते कलरव करते पंक्षी। और जंगल में मदमस्त हो कर नृत्य करते मोर। 

जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

सतना. लॉकडाउन के कारण भौतिक सुख सुविधाओं का आदी हो चुका मानव संकट से जूझ रहा है। तो प्रकृति पर निर्भर पशु पक्षी जंगलों की गोद में बसे आदिवासी परिवारों के बीच स्वच्छंद विचरण कर रहे है। लॉकडाउन से जल जंगल व जमीन को कितनी राहत मिली है। इसकी सुखद अनुभूति कराते कलरव करते पंक्षी। और जंगल में मदमस्त हो कर नृत्य करते मोर। 

जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

सतना. लॉकडाउन के कारण भौतिक सुख सुविधाओं का आदी हो चुका मानव संकट से जूझ रहा है। तो प्रकृति पर निर्भर पशु पक्षी जंगलों की गोद में बसे आदिवासी परिवारों के बीच स्वच्छंद विचरण कर रहे है। लॉकडाउन से जल जंगल व जमीन को कितनी राहत मिली है। इसकी सुखद अनुभूति कराते कलरव करते पंक्षी। और जंगल में मदमस्त हो कर नृत्य करते मोर। 

जंगल में यू नाच उठे मयूर, फोटो में देखें मोरों की मस्ती

सतना. लॉकडाउन के कारण भौतिक सुख सुविधाओं का आदी हो चुका मानव संकट से जूझ रहा है। तो प्रकृति पर निर्भर पशु पक्षी जंगलों की गोद में बसे आदिवासी परिवारों के बीच स्वच्छंद विचरण कर रहे है। लॉकडाउन से जल जंगल व जमीन को कितनी राहत मिली है। इसकी सुखद अनुभूति कराते कलरव करते पंक्षी। और जंगल में मदमस्त हो कर नृत्य करते मोर।