
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को केंद्र शासित प्रदेश के किसानों को 500 किसान खिदमत घर (Kisan Khidmat Ghars) समर्पित किए। उन्होंने कहा कि किसान खिदमत घर वन-स्टॉप सेवा केंद्र के रूप में काम करेंगे।

उपराज्यपाल ने कहा कि आधुनिक आईटी सिस्टम से लैस किसान खिदमत (Kisan Khidmat Ghars) घर इनपुट बुकिंग, मृदा स्वास्थ्य निगरानी, पौधे निदान, बाजार खुफिया और क्षमता निर्माण जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं की कुशल डिलीवरी सुनिश्चित करेंगे। ये केंद्र किसानों को कस्टम हायरिंग सेवाओं, कृत्रिम गर्भाधान, बागवानी और संस्थागत डेटा तक पहुंच प्रदान करेंगे।

दूसरे चरण में 1500 किसान खिदमत घर (Kisan Khidmat Ghars) स्थापित किए जाएंगे। इस साल के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। इस पहल के केंद्र में 13 लाख किसान परिवारों को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता है, जिसमें लगभग 3 लाख कमजोर और सीमांत किसान शामिल हैं।

प्रशासन ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘सर्व शिक्षा अभियान’, ‘प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना’ और अन्य जैसे विभिन्न राष्ट्रीय प्रमुख कार्यक्रमों के जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन में भी लाभकारी योगदान दिया है।