पीलीभीत। केन्द्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी के गन्ना किसानों से कहे शब्दों पर पीलीभीत की राजनीति गर्मा गयी है, वहीं किसान भी उन्हे किसान विरोधी कहने लगे हैं। दरअसल बीते दिन मेनका गांधी एक कार्यक्रम में गांधी सभागार पहुंची थीं, तो वहां पूरनपुर क्षेत्र के कुछ गन्ना किसान अपनी समस्याएं लेकर आये। किसान अपनी गन्ना तोल, भुगतान व चीनी मिले बंद हो जाने की समस्या बता रहे थे, कि अचानक मेनका के मुंह से निकले बोल ऐसे थे कि कोई उनकी कल्पना नहीं कर सकता। मेनका ने कहा कि क्यों बोते हो गन्ना, देश को चीनी की जरूरत नहीं है और नाहीं तुम्हारा गन्ना बढ़ने वाला है। हजार बार मैंने कहा कि गन्ना मत बोया करो। यह सुनकर किसान निराश होकर चले गए, लेकिन राजनीति गर्मा गयी। पूर्व राज्यमंत्री व किसान हेमराज वर्मा ने मेनका पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि उप्र सरकार किसानों का हितैषी होने का ढोंग करती है। प्रदेश के गन्ना किसान बेहाल है, गन्ना क्रय केन्द्र बंद होते जा रहे हैं। किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं मिल रहा है। वहीं चीनी मिलें भी गन्ना नहीं ले रही हैं। ऐसे में किसान जब अपनी समस्या लेकर केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी के पास जाते हैं, तो किसानों के साथ उनके जो बोल थे उसकी वो निंदा करते हैं। मेनका गांधी उनके जख्मों पर मरहम लगाने के बजाये और नमक छिडकने का काम कर रही हैं। वहीं गन्ना किसान भी मेनका के इन बोल पर नाराज हैं, उनका कहना है कि अगर किसान गन्ना पैदा नहीं करेगा तो अपने बच्चे कैसे पालेगा।