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Rajasthan Crisis: गहलोत का शक्ति प्रदर्शन, कांग्रेस ने पायलट से कहा- ‘आ अब लौट चलें’, 10 खास बातें

Rajasthan Crisis: राजस्थान में सियासी हलचल अचानक तेज 97 MLAs के साथ गहलोत ने किया शक्ति प्रदर्शन Delhi में डटे हैं सचिन पायलट, अटकलों का बाजार गर्म

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10 Major Points of Rajasthan Crisis

राजस्थान में अचानक सियासी हलचल तेज हो गई है।

नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस ( coronavirus in India ) संकट के बीच राजस्थान ( Rajasthan Crisis ) में सियासी हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली ( Delhi ) से लेकर राजस्थान तक अचानक सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। ऐसी खबरें आ रही है कि गहलोत सरकार ( Ashok Gehlot Government ) खतरे में है। क्योंकि, डिप्टी सीएम सचिन पायलयट ( Sachin Pilot ) ने खुद कहा है कि राजस्थान सरकार ( Rajasthan Government ) अल्पमत में है। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक की। इस बैठक में सचिन पायलट शामिल नहीं हुए। चर्चा यहां तक है कि पायलट बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ( JP Nadda ) से भी मिल सकते हैं। आलम ये है कि इस पूरे मामले को लेकर देश में सियासी हलचल अचानक बढ़ गई है। आइए, जानते हैं इस घटनाक्रम से जुड़ी अब तक की 10 खास बातें।


1. इस घटनाक्रम की शुरुआत उस वक्त हुई, जब डिप्टी सीएम ( Deputy Cm Of Rajasthan ) सचिन पायलट को SOG का समन मिला। इस समन में पायलट को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस मामले में अशोक गहलोत से भी पूठछताछ होनी है। लेकिन, जानकार इसे केवल दिखावा पूछताछ मान रहे हैं।

2. पायलट ( Supporters Of Sachin Pilot ) के समर्थकों का कहना है कि इस तरह से पहली बार किसी प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस थमाया गया है। चर्च यहां तक है कि इसकी कवायद लॉकडाउन के पहले से ही चल रही है। लेकिन, मामला तब बिगड़ गया जब सचिन पायलट को समन भेजा गया।

3. रविवार को अचानक गहलोत ने विधायकों की बैठक बुलाई। क्यों, जैसे ही पालयट की नाराजगी खबरें आई। सरकार पर सवाल उठने लगे थे।

4. वहीं, सचिन पायलट ( Sachin Pilot ) में बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है। पायलट ने दावा किया कि उन्हें 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।

5. मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने अपने तीन नेताओं अजय माकन ( Ajay Maken ), रणदीप सिंह सुरजेवाला ( Randeep Surjewala ) और अविनाश पांडे को रविवार को ही जयपुर भेज दिया था।

6. रात ढाई बजे कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस पीसी में दिल्ली से गए तीनों नेता मौजूद रहे। अविनाश पांडे ने कहा कि सोनिया गांधी से आदेश मिलने के बाद वह जयपुर आए हैं।

7. जयपुर में CM अशोक गहलोत के निवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस के 107 MLAs में से 97 विधायक शामिल हुए और गहलोत में अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया। इस बैठक में वे तीन विधायक भी शामिल हुए, जो दिल्ली में पायलट के साथ मौजूद थे। विधायकों का कहना है कि राज्य में गहलोत की सरकार बनी रहेगी।

8. इधर, सचिन पायलट ने उन अटकलों को भी खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि वह बीजेपी ( BJP ) में शामिल होंगे।

9. कांग्रेस के पांच नेताओं ने इस पूरे मामले को लेकर सचिन पायलट से बात की। इनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, पी. चिदंबरम और अहमद पटेल शामिल हैं। सबने पायलट से जयपुर जाने के लिए कहा है। इधर, चर्चा ये है कि सचिन पायलट एक बार फिर समझौता करने के लिए तैयार हैं। लेकिन, इसके लिए उन्होंने अपने समर्थक मंत्रियों को गृह और वित्त विभाग जैसे पोर्टफोलियो देने की मांग की है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष का पद पायलट अपने पास ही रखना चाहते हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अब मोर्चा संभाला है। उन्होने अशोक गहलोत से भी बात की और इस मुद्दे को वह सुलझाने की कोशिश कर रही हैं।

10. वहीं, सियासी गहमागमी के बीच कांग्रेस दफ्तर के बाहर एक बार सचिन पायलट लगा दिए गए हैं। इससे पहले सोमवार सुबह ही प्रदेश कार्यालय से पायलट के पोस्टर हटा दिए गए थे। फिलहाल, विधायकों को लेकर गहलोत निकल चुके हैं। सरकार बचाने को लेकर गहमागहमी जारी है और पायलट अभी दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं।