
PM Modi holds talks with Swiss President Doris Leuthard
नई दिल्ली। भारत के दौरे पर आईं स्विटजरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड का गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौजूद थे। स्विस राष्ट्रपति की तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान दोनों देश कारोबार, निवेश एवं आर्थिक विषयों समेत द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। भारत और स्विटजरलैंड के बीच मैत्री संधि की 70वीं वर्षगांठ पर स्विस राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड भारत की यात्रा पर आई हैं और इस दौरान 'भारत स्विस मित्रता के 70 साल: मन के तार जोड़ने और भविष्य को प्रेरित करने वाला रिश्ता' विषयक कई कार्यक्रमों को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाया जाएगा।
राष्ट्रपति भवन में स्विस राष्ट्रपति ने सलामी गारद का निरीक्षण भी किया। विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ स्विस राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड की फोटो जारी कर इसे लोकतंत्र के साझा मूल्यों पर आधारित मित्रता कहा। राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में स्विस राष्ट्रपति की आगवानी की जहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी।
कला, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में दोनों देशों में हैं गहरे संबंध
इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड से मुलाकात की और आपसी हितों से जुड़े विविध विषयों पर चर्चा की। समझा जाता है कि बातचीत के दौरान दोनों देश कारोबार, निवेश एवं आर्थिक विषयों समेत द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे और भारतीय पक्ष भारतीयों द्वारा स्विस बैंक में जमा किए गए काले धन का मुद्दा उठा सकता है। कला, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में स्विटजरलैंड और भारत के बीच गहरे संबंध हैं। भारत से काफी संख्या में पर्यटक स्विटजरलैंड जाते हैं और इसी प्रकार स्विटजरलैंड से भी पर्यटक भारत आते हैं।
7वां बड़ा व्यापारिक साझेदार है स्विट्जरलैंड
भारत और स्विट्जरलैंड के बीच मजबूत आर्थिक संबंध हैं। स्विट्जरलैंड भारत का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत में 11वां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है। मंत्रालय का कहना है कि, कई बड़े वैश्विक मुद्दों पर दोनों देशों के एक जैसे विचार हैं। आगामी यात्रा दोनों देशों को द्विपक्षीय और पारस्परिक हित के वैश्विक तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा का अवसर उपलब्ध कराएगी। स्विटजरलैंड की राष्ट्रपति लिउथर्ड के साथ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी तथा कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल जून में स्विट्जरलैंड की यात्रा पर गए थे। इस दौरान स्विट्जरलैंड ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता का समर्थन किया था। इसके अलावा दोनों देश कर-अपवंचना तथा काले धन के खिलाफ लड़ाई में सहयोग पर भी सहमत हुए थे। मोदी ने तब कहा था कि दोनों देशों के लिए काले धन और कर-अपवंचना जैसी बुराई से लड़ना 'साझा प्राथमिकता' है। इससे पहले 1998, 2003 और 2007 में स्विटजरलैंड के राष्ट्रपति भारत की यात्रा पर आ चुके हैं।
Published on:
31 Aug 2017 03:35 pm
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