अपने संबोधन में भाजपा अध्यक्ष ने तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर राव को तो घेरा ही साथ ही कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा कि तेलुगू लोग यह नहीं भूले है कि कांग्रेस ने अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अंजैया और पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव जैसे उनके नेताओं के साथ कैसा व्यवहार किया था। अब समय आ गया है कि जनता इन लोगों को सबक सिखाएगी।
भाजपा अध्यक्ष ने केसीआर को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख देश में राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने के पक्ष में थे। लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के चलते इन्होंने अपना रुख बदल लिया और समय से काफी पहले विधानसभा भंग कर जनता को धोखा दिया है।
शाह ने साफ किया कि तेलंगाना में किसी भी दल के साथ भारतीय जनता पार्टी समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में भाजपा के ‘निर्णायक घटक’ के रूप में उभरने की उम्मीद है।
अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश में चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ विरोधियों पर निशाना साधा है बल्कि, जनता के सामने चुनावी मुद्दों को उकेरा है। शाह ने साफ किया कि इस बार भाजपा प्रदेश में ‘रुकी हुई प्रगित’ के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। यानी तेलंगाना में भाजपा का मुद्दा एक बार फिर विकास होगा। इसके अलावा प्रदेश में किसानों की आत्महत्या, केंद्र की ओर से लागू की गई योजनाओं का प्रदेश में ठीक से लागू न होना जैसे कई मुद्दे पर उनके निशाने पर रहेंगे।
उधर…ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएमप्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शाह को हैदराबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा, ‘आप हैदराबाद या तेलंगाना में सफल नहीं होंगे, मैं यह कहना चाहूंगा कि आपकी कोई रणनीति है, तो शाह हैदराबाद आएं और यहां से संसदीय चुनाव लड़ें।’ ओवैसी ने दावा किया कि बीजेपी हैदराबाद में पांच विधानसभा सीटों के साथ ही सिकंदराबाद लोकसभा सीट बचाने में भी सफल नहीं होगी।