क्या कहा असदुद्दीन ओवैसी
मुस्लिम समाज से जुड़े तीन तलाक बिल का असदुद्दीन ओवैसी ( Asaduddin Owaisi ) ने संसद में विरोध किया। AIMIM प्रमुख ने कहा कि ट्रिपल तलाक बिल असंवैधानिक है। यह संविधान के अनुच्छेद ( Article ) 14 और 15 का उल्लंघन करता है। हमारे पास पहले से ही घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, CRPC धारा 125, मुस्लिम महिला विवाह अधिनियम है। अगर ट्रिपल तलाक बिल एक कानून बन जाता है तो यह महिलाओं के खिलाफ और भी बड़ा अन्याय होगा।
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क्या कहा आजम खान ने वहीं, जब तीन तलाक बिल को लेकर मीडिया ने सपा नेता आजम खान से सवाल पुछा तो उन्होंने कहा, ‘उनकी पार्टी उसी का सपोर्ट करती है जो कुरान ( Quran ) में लिखा है और वहीं पार्टी की सोच है। आजम ने कहा, ‘इस्लाम में जितने अधिकार महिलाओं को दिए गए हैं उतने अधिकार अन्य किसी धर्म में महिलाओं को नहीं दिए गए। 1500 साल पहले इस्लाम ही ऐसा धर्म था जिसमें महिलाओं को समानता का अधिकार दिया गया।’सपा नेता ने कहा कि आज मुस्लिम समुदाय में तलाक और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की दर बेहद कम है। तीन तलाक एक धार्मिक मुद्दा है ना कि राजनीतिक। कुरान से बढ़कर कुछ भी नहीं। निकाह, तलाक और अन्य कई मुद्दों पर कुरान में बातें लिखी गई हैं। हम उन्हें ही फॉलो करते हैं।