
राज्यसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी राजनीतिक पार्टियां
नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव के बाद बीजेपी की पूरी नजर अब राज्यसभा के खाली होने पदों को भरने की तरफ हो गई है। दरअसल लोकसभा में तो बीजेपी के पास संख्या बल पर्याप्त है लेकिन राज्यसभा में बीजेपी के पास संख्याबल कम है। ऐसे में बीजेपी चाहेगी कि इस सूखे को पूरा कर सके ताकि आने वाले समय में जिन बिलों को पास कराने में परेशानी होती है वो रास्ता आसान हो जाए।
आसान नहीं बीजेपी की राह
बीजेपी के लिए राज्यसभा में संख्याबल हासिल करने की राह इतनी भी आसान नहीं है। कांग्रेस और विपक्षी दलों की दीवार उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
राज्यसभा में कांग्रेस के 46 सदस्य हैं। कांग्रेस को आगामी चुनावों में 10 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि कांग्रेस के 11 सदस्य अप्रैल में अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं।
वहीं राज्यसभा में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 82 है और उनको आगामी चुनाव में 13 सीट मिल सकती हैं। लेकिन बीजेपी के 18 सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो रहा है। ऐसे में बीजेपी को इस बार चुनाव में 7 सीटों से हाथ धोना पड़ सकता है। इनमें महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इन राज्यों से खाली हो रही सीटें
राज्यसभा में खाली होने वाली सीटों की बात करें तो महाराष्ट्र से सात सीट खाली हो रही है जबकि तमिलनाडु से 6 सीट खाली हो रही है। पश्चिम बंगाल और बिहार से 5-5 सीट खाली हो रही है।
आंध्र प्रदेश और गुजरात से 4-4 सीटें खाली हो रही हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और ओडिशा से 3-3 सीटें रिक्त हो रही हैं।
राज्यसभा में बहुमत ना होने के बाद भी बीजेपी ने महत्वपूर्ण बिल पेश किए हैं और उनको अन्य दलों की मदद से पास कराने में कामयाब रहे हैं, जिनमें बीजू जनता दल और YSR कांग्रेस पार्टी की अहम भूमिका रही है। राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 245 हैं।
Updated on:
15 Feb 2020 01:31 pm
Published on:
15 Feb 2020 12:35 pm
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