
BJP Leader Babul Supriyo To Continue As MP But Will Not Do Politics, Decides After Meeting JP Nadda
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के कद्दावर भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से संन्यास की घोषणा करने के बाद अब सोमवार को यू-टर्न ने लिया है। सुप्रियो ने यह बड़ा फैसला बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद लिया है। सुप्रियो ने कहा है कि वे सांसद बने रहेंगे, लेकिन राजनीति नहीं करेंगे।
पश्चिम बंगाल के आसनसोल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कहा कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र आसनसोल की जनता के प्रति एक सांसद के रूप में संवैधानिक कर्तव्य निभाएंगे, लेकिन राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि संवैधानिक दायित्व और राजनीति दोनों अलग-अलग बाते हैं। इसलिए मैं राजनीति से खुद को अलग करता हूं। सुप्रियो ने साथ ही ये भी कहा कि वे भाजपा को छोड़कर किसी दूसरी पार्टी में नहीं जाएंगे। जल्द ही सांसद के तौर पर दिल्ली में मिले सरकारी बंगले को खाली करूंगा और मेरी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी से रिहा करूंगा।
बाबुल सुप्रियो ने की थी राजनीति से संन्यास की घोषणा
आपको बता दें कि बाबूल सुप्रियो ने सोशल मीडिया फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी। इस पोस्ट में उन्होंने अपने 'मन की बात' लिखी थी। उन्होंने कहा था कि वे समाजसेवा के लिए राजनीति में आए थे, लेकिन अब उन्हें ऐसा लगता है कि राजनीति से अलग रहकर भी समाज की सेवा की जा सकती है और इसलिए उन्होंने अपनी राह बदलने का फैसला किया है।
राजनीति को अलविदा कहते हुए बाबुल सुप्रियो ने ये भी कहा था कि पार्टी के साथ उनके कुछ मतभेद थे, लेकिन वे हमेशा से भाजपा के साथ जुड़े हैं और आगे भी जुड़े रहेंगे। वे टीएमसी या अन्य किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होने जा रहे हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने इस लाइन को हटा दी थी। बाबुल ने ऐलान किया था कि वे सांसद पद से भी इस्तीफा दे रहे हैं और अपने सरकारी बंगले को जल्द ही खाली कर देंगे।
बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के ऐलान के बाद से भाजपा राष्ट्रीय आलाकमान सक्रिय हो गई और फौरन बाबुल सुप्रियो से संपर्क किया। रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक घंटे तक बाबुल से बात भी की थी। इसके बाद से बाबुल ने अपने विचार बदले हैं और अब ये कहा है कि वे सांसद बने रहेंगे लेकिन राजनीति नहीं करेंगे।
बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल में भाजपा के एक कद्दावर नेता हैं। वे मोदी कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि, हाल ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बाबुल सुप्रियो की हार के बाद से पार्टी के भीतर उनको लेकर आवाज उठने लगी थी, जिसके बाद से वे असहज महसूस करने लगे थे।
Updated on:
02 Aug 2021 09:43 pm
Published on:
02 Aug 2021 09:37 pm
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