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गांधीनगरः गुजरात विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी पर एक बीजेपी कार्यकर्ता के बैठने पर विवाद शुरु हो गया है। राहुल परमार नाम के युवक ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर सेल्फी ली। यही नहीं उसने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर कर दी जिसके बाद हंगामा मच गया है। विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर सेल्फी लेने का मामला काफी गंभीर है। जांच के बाद युवक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उधर विपक्ष इसे विशेषाधिकार का उल्लंघन बताया है।
विधानसभा देखने आया था युवक
आरटीआई कार्यकर्ता के तौर पर काम करने वाला राहुल परमार वडोदरा के वॉर्ड नंबर 7 में बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता है। राहुल अपने एक रिश्तेदार और दोस्तों के साथ विधानसभा देखने गांधीनगर गया था। सदन के अंदर उसने फोटो खिंचवाई और स्पीकर की कुर्सी पर बैठकर सेल्फी भी ली। आरोप है कि जब वह फोटो ले रहा था तब किसी कर्मचारी ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की।
विशेषाधिकार का उल्लंघन
विपक्ष का कहना है कि विधानसभा में फोटो खींचना विशेषाधिकार का उल्लंघन है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दरअसल संसदीय प्रणाली के तहत विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी का अपना अलग ही महत्व होता है। ऐसा माना जा रहा है कि इस कुर्सी पर स्पीकर के अलावा कोई अन्य नहीं बैठ सकता। अगर कोई अन्य शख्स इस कुर्मी पर बैठता है तो स्पीकर की गरिमा पर सवाल उठता है।
क्या होता है विशेषाधिकार हनन?
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 105 और 194 के अनुसार संसद और राज्य विधायिका के सदस्यों को कुछ विशेषाधिकार प्राप्त हैं। इसके अंतर्गत सदन या उसकी किसी समिति के लिये किये गए वोट, कार्यवाही या रिपोर्ट के लिये देश की किसी भी अदालत के समक्ष जवाबदेही से मुक्त रखा जाता है। संसद या विधानसभा सभा किसी भी व्यक्ति को विशेषाधिकार हनन के मामले में कोर्ट की तरह सजा सुना सकतीहै।
Published on:
01 Apr 2018 06:28 pm
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