19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बाढ़ के मुद्दे पर आपस में भिड़े हिमाचल प्रदेश के दो मंत्री, सुक्खू सरकार में गुटबाजी आई सामने

Himachal: हिमाचल प्रदेश में जब से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से मंत्रियों की गुटबाजी इस तरह सामने आती ही रहती है।

2 min read
Google source verification
 cabinet-ministers-clashed-with-each-other-on-the-issue-of-flood


देश में इस समय कई राज्यों में मानसून की बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए है। बाढ़ से सबसे ज्यादा, हिमाचल और दिल्ली प्रभावित हुए है। लेकिन इसी बाढ़ को लेकर हिमाचल प्रदेश के दो कैबिनेट मंत्री आमने सामने आ गए है। इससे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। एक तरफ सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इलीगल माइनिंग को बाढ़ का कारण बताया तो उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने उनके बयान को बचकाना बताया है।

बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं इलीगल माइनिंग का नतीजा- विक्रमादित्य सिंह

हिमाचल में आई बाढ़ से कुल्लू में हुई भारी तबाही को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इलीगल माइनिंग का नतीजा करार दिया था। विक्रमादित्य सिंह ने कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि यह (बाढ़) कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि यह सब इलीगल माइनिंग की वजह से हो रहा है। यदि नदी अपना रास्ता बदल रही है, तो इसके लिए इलीगल माइनिंग ही बड़ा कारण है।

एसपी कुल्लू इलीगल माइनिंग को रोकने में नाकाम

एसपी कुल्लू इलीगल वह इस मामले को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान भी उठाएंगे.माइनिंग को नहीं रोक पा रही हैं, तो क्या कर रही हैं। उन्होंने अवैध माइनिंग के मुद्दे को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान भी उठाने की बात कही थी।

विक्रमादित्य सिंह बचकानी बात कर रहे- हर्षवर्धन


वहीं, कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि उन्होंने उनका बयान नहीं सुना है। लेकिन, यह तबाही इलीगल माइनिंग की वजह से नहीं बल्कि प्राकृतिक आपदा की वजह से हुई है। यह संभव है कि एक-दो जगह पर इलीगल माइनिंग हो रही हो। मगर बाढ़ के लिए छुटपुट इलीगल माइनिंग जिम्मेदार नहीं है।

दो धड़ों में बटी है हिमाचल कांग्रेस

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में जब से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से मंत्रियों की गुटबाजी इस तरह सामने आती ही रहती है। इससे पहले भी उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और उद्योग विभाग के ही मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार की अंदरूनी लड़ाई भी खुलकर मीडिया के सामने आ चुकी है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने भी आपदा की वजह नदी किनारे हो रही इलीगल कंस्ट्रक्शन को बताया था।

ये भी पढ़ें: बिहार में भाजपा नेताओं पर हुए लाठीचार्ज पर मंत्री का पोस्ट वायरल, लिखा- आज हिसाब बराबर हुआ…