
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजावाला
नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा ( Delhi Violence ) की सुनवाई कर रहे जज एस मुरलीधर ( S Murlidhar ) के तबादले पर सियासी बवाल शुरू हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ( Randeep Surjewala ) ने कहा है कि न्याय करने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा? अब भाजपा ( BJP ) नेताओं के खिलाफ मामलों की सुनवाई कर रहे जज का अचानक तबादला कर जुडिशियरी पर दबाव बनाने की कोशिश की गई है।
सुरजेवाला ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में केंद्र की बीजेपी सरकार ( BJP Govt ) पर जमकर निशाना साधा।
यही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) और गृहमंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) से ही तीन सवालों के जवाब मांगे।
सुरजेवाला ने ये भी कहा कि दंगा प्रभावित क्षेत्रों में पीएम मोदी का एनएसए अजीत डोभाल को भेजना अमित शाह की नाकामी को दर्शाता है।
सुरजेवालाः रविशंकर प्रसाद देश के सबसे कमजोर कानून मंत्री
सुरेजावाला केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रविशंकर प्रसाद देश के अब तक के सबसे कमजोर कानून मंत्री हैं जिन्होंने कानून मंत्री रहते हुए सबसे ज्यादा कानून तोड़ा है। ऐसा वो अपने आकाओं के कहने पर करते हैं। यही नहीं रविशंकर प्रसाद बदले की भावना से भी कई बार कानून तो़ड़ते आए हैं।
सुरेजावाला ने कहा कि 26 फरवरी को दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस मुरलीधर एवं जस्टिस तलवंत सिंह की दो जज की बेंच ने दंगा भड़काने में कुछ भाजपा नेताओं की भूमिका को पहचानकर उनके खिलाफ सख्त आदेश पारित किए एवं पुलिस को कानून के अंतर्गत तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया।
केंद्र सरकार के वकील तुषार मेहता ने हाईकोर्ट में इसके वीडियो दिखाए जाने के बावजूद यह हवाला देते हुए आदेश में नामित इन कथित आरोपियों को बचाने का हर संभव प्रयास किया।
मेहता ने कोर्ट से कहा था कि यह कार्रवाई के लिए ‘‘उचित समय’’ नहीं है।
बेंच की ओर से आदेश दिए जाने के कुछ घंटों में ही, न्याय व कानून मंत्रालय ने एक आदेश पारित कर उनका ट्रांसफर तत्काल पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट कर दिया।
इससे पूरा देश अचंभित है, लेकिन मोदी शाह सरकार की दुर्भावना, कुत्सित सोच व निरंकुशता किसी से छिपी नहीं, जिसके चलते वो उन लोगों को बचाने का हर संभव प्रयास करेंगे, जिन्होंने भड़काऊ भाषण दे नफरत के बीज बोए और हिंसा फैलाई।
सुरजेवाला ने कहा कि एक मजबूत व स्वतंत्र जुडिशियरी इस देश की रीढ़ है। हमारे देश के इतिहास में जुडिशियरी ने महत्वपूर्ण अवसरों पर इस देश के नागरिकों व इसके संविधान की रक्षा की है।
ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई सरकार सत्ता के नशे में इतनी चूर है कि वह इस देश के संविधान, संस्थानों एवं देश के नागरिकों के विश्वास को कमजोर करती जा रही है।
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि हमें इस बात में कोई संदेह नहीं कि जो नए जज इस मामले की सुनवाई करेंगे, वो उसी साहस, प्रतिबद्धता व स्वतंत्रता के साथ न्याय प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।
Updated on:
27 Feb 2020 12:50 pm
Published on:
27 Feb 2020 12:14 pm
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