
कांग्रेस में बयानबाजी तेज, कार्यसमिति की बैठक का इंतजार
नई दिल्ली। राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस का संकट बढ़ता जा रहा है और जो लोग नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया में शामिल है, उन पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो हुए हैं। मंगलवार को सोनिया गांधी के करीबी रहे पूर्व राष्ट्रीय महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि नया अध्यक्ष चुनने के लिए पार्टी में जो बैठकें चल रही है, उन्हें किसने अधिकृत किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इस्तीफा देने से पहले नए अध्यक्ष के चयन के लिए समिति बनानी चाहिए थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने सोमवार को नया अध्यक्ष के चुनाव के लिए जल्द ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने की मांग की थी। दरअसल, कांग्रेस पार्टी में नए अध्यक्ष को लेकर रोजाना बैठकें चल रही हैं। इसमें कांग्रेस नेता अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, ए के अंटनी समेत तमाम नेता शामिल होते हैं। शुरू में युवा नेताओं को इसमें बुलाया नहीं जा रहा था लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जब से कोई युवा को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की बात कही है, तब से ज्योतिरादित्य सिंधिया और रणदीप सुरजेवाला को भी बैठक में बुलाया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में पार्टी को नया अध्यक्ष मिलने की संभावना है। जैसे ही इन बैठकों में किसी एक नाम पर सहमति हो जाएगी, वैसे ही कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक बुलाई जाएगी।
उधर, द्विवेदी ने इस्तीफे देने के लिए राहुल की तारीफ की और कहा कि दूसरे लोगों को भी यही रास्ता अपनाना चाहिए था। उन्होंने 2014 में पार्टी के महासचिव पद से अपने इस्तीफे पत्र को भी सार्वजनिक किया। हालांकि उन्होंने इस पर निराशा जाहिर की कि उन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की वकालत की थी लेकिन पार्टी ने उनकी बात को किनारे कर दिया था, लेकिन जब मोदी सरकार ने आर्थिक आधार पर आरक्षण को मंजूरी दी तो सभी पार्टियां मौन हो गई।
Updated on:
09 Jul 2019 07:51 pm
Published on:
09 Jul 2019 06:53 pm
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