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रिहाई के बाद फारूक अब्दुल्ला बोले- ये आजादी तब तक अधूरी, जब तक हिरासत में लिए गए सभी लोग छूट ना जाएं

7 महीने से नजरबंद थे फारूक अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 हटने के बाद से करीब 400 नेता हिरासत में उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की हिरासत खत्म नहीं

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Farooq Abdullah

रिहाई के बाद फारूक अब्दुल्ला बोले- ये आजादी तब तक अधूरी, जब तक हिरासत में लिए गए सभी लोग छूट ना जाएं

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (jammu-kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने के 7 महीनों बाद नजरबंद रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ और श्रीनगर से सांसद फारूक अब्दुल्ला ( NC Chief and mp Farooq Abdullah ) को आज रिहा कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर सरकार के फैसले के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज उनके पास शब्द नहीं हैं, अब वो आजाद हैं। उन्होंने कहा कि अब वह जल्द ही दिल्ली जाकर संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे और यहां के लोगों के लिए आवाज उठाएंगे। सांसद फारूक अब्दुल्ला को गुपकार रोड स्थित उनके आवास पर नजरबंद रखा गया था।

उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता फिलहाल हिरासत में

श्रीनगर में अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब होते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज मैं आजाद हूं। उम्मीद है कि बाकी नेताओं की नजरबंदी जल्द खत्म होगी। मीडिया से रू-ब-बू होते समय फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि मैं उन सभी का आभारी रहूंगा जिन्होंने मुझे रिहा होने पर शुभकामनाएं दी। लेकिन ये आजादी तब तक अधूरी है, जब तक कि हिरासत में लिए गए सभी लोग छूट ना जाएं। बता दें कि फारूक अब्दुल्ला भले ही रिहा हो गए हो, लेकिन उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता फिलहाल नजरबंद हैं। पत्रकारों से बातीचीत करने के दौरान फारूक का परिवार भी खड़ा नजर आया।

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4 अगस्त को हुए थे नजरबंद

बता दें कि फारूक अब्दुल्ला को 4 अगस्त, 2019 को नजरबंद किया गया था। जम्मू-कश्मीर के प्रमुख सचिव योजना रोहित कंसल ने यह जानकारी दी। नेशनल काॅन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ 15 सितंबर, 2019 से पीएसए ( PSA ) के तहत केस दर्ज किया गया था। दिसंबर महीने में उनकी नजरबंदी 11 मार्च तक और बढ़ा दी गई थी।

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तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को किया गया था नजरबंद

गौरतलब है कि 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए वहां के तीनों पूर्व मुख्यमंत्री और स्थानीय नेताओं को नजरबंद कर लिया गया था। इनमें फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और सज्जाद लोन सहित कई नेता शामिल थे। इसमें से कुछ स्थानीय नेताओं को पहले रिहा कर दिया गया था और अब फारूक अब्दुल्ला को रिहा किया गया है।

400 से ज्यादा लोग हिरासत में

वहीं जम्मू-कश्मीर में हिरासत में रहे नेताओं को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 400 से अधिक लोग हिरासत में हैं। इनमें से कई लोगों को स्थितियों की समीक्षा के बाद रिहा किया जाएगा।