10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पीएम मोदी और शाह को लेकर हार्दिक पटेल का आपत्तिजनक बयान, नीतीश कुमार पर भी बरसे

शनिवार को पटना में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि नीतीश कुमार ने कुर्मी समाज के लिए आज तक कोई काम नहीं किया।

2 min read
Google source verification

image

Mohit sharma

Jul 01, 2018

Hardik Patel

पीएम मोदी और शाह को लेकर हार्दिक पटेल का आपत्तिजनक बयान, नीतीश कुमार पर भी बरसे

पटना। गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। शनिवार को पटना में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि नीतीश कुमार ने कुर्मी समाज के लिए आज तक कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा राज्य में विकास के लिए नीतीश के पास न तो कोई पुख्ता योजना है और न ही कोई दूरगामी सोच। वह तो बस केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करने में जुटे हैं। बता दें कि पाटीदार नेता हार्दिक पटना में पटेल जागरुकता सम्मेलन में बोल रहे थे।

सोशल मीडिया पर फिर ट्रोल हुई सुषमा स्वराज, अब पति कौशल से की सबक सिखाने की मांग

यहां हार्दिक पटेल ने नीतीश कुमार निशाना रखा। उन्होंने कहा कि कुर्मी समाज को उनसे बहुत उम्मीदें थी, लेकिन उन्होंने समाज के लिए कुछ नहीं किया। ऐसे में उन्हें कुर्मी समाज से बाहर निकाल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा का दिलाने के लिए भी नीतीश कुमार ने कोई ठोस प्रयास नहीं किया। यहां उन्होंने सांकेतिक भाषा में बिना नीतीश का नाम लिए उनकी तुलना सड़े हुए आम से कर डाली। पटेल ने कहा कि जैसे कोई आम सड़ जाता है तो उसे फलों की टोकरी से निकाल कर बाहर फेंक दिया जाता है और अगर ऐसा नहीं करते तो अन्य आमों के भी खराब होने का खतरा बना रहता है।

कर्नाटक: गठबंधन की खुलने लगी गांठ, देवगौड़ा बोले- क्षेत्रीय पार्टियों को हल्‍के में न ले कांग्रेस

मोदी और अमित शाह पर टिप्पणी

हार्दिक पटेल ने कुर्मी समाज की उप जातियों को भी एक साथ संगठित होने की अपील भी की। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी घेरा। हालांकि उन्होंने किसी का नहीं लिया, लेकिन कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले वो पटेल समुदाय की उप जातियों को एक मंच पर ले आए थे, जिसकी वजह से दोनों गुंडों को चुनाव जीतने के लिए एक माह तक जद्दोजहद करनी पड़ी।