
इस साल के लास्ट तक गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाला है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी में बड़ी उथलपुथल होने के आसार बन रहे हैं। गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व पाटीदार समाज के बड़े नेता हार्दिक पटेल ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी में नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए पाटीदार समाज का भी अपमान करने का आरोप लगाया है।
हार्दिक पटेल ने कहा कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस की किसी भी बैठक में नहीं बुलाया जाता है। किसी भी निर्णय में मुझसे सलाह तक नहीं ली जाती है। फिर इस पद का क्या मतलब? मेरी हालत गुजरात कांग्रेस में उस दूल्हे जैसी है जिसकी नसबंदी करा दी गई हो।
मुझे अपनी तरक्की में बाधा मान रहे लोग
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हार्दिक यह दावा करते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने 2015 के स्थानीय चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में पाटीदार समाज के आंदोलन का फायदा उठाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ही बहुत से लोगों का यह मानना है कि पार्टी ने 2019 के चुनाव में हार्दिक पटेल का सही इस्तेमाल नहीं कर पाई। इस कारण से शायद कुछ लोग अपनी तरक्की में मुझे बाधा मान रहे हैं।
विधानसभा चुनाव लड़ने के दे चुके हैं संकेत
हार्दिक पटेल को सुप्रीम कोर्ट ने पाटीदार हिंसा मामले में राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगाई है जिसमें हार्दिक पटेल को पाटीदार हिंसा मामले दोषी ठहराया था। इसके बाद हार्दिक पटेल ने विधानसभा चुनाव लड़ने के भी संकेत दिए हैं। वहीं हार्दिक कि इस नाराजगी के बारे में गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर से जब बात कि गई तो उन्होंने बताया कि मैं हार्दिक से बात करके पता करूंगा कि वह किस बात से नाराज हैं।
Updated on:
14 Apr 2022 12:34 pm
Published on:
14 Apr 2022 11:25 am
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