जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष गीता कुमारी ने कहा कि भाजपा बताए कि संसद में सावरकर की तस्वीर क्यों लगी है? वो पढ़े-लिखे नेता नहीं हैं। उन्होंने एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि आज तो बाबा मंत्री बन जाते हैं। प्रदेश में आज इतनी गोशालाएं हैं, जितने स्कूल नहीं हैं। तीन दिन पहले पीएम मोदी कर्नाटक की सभा में पर्चा देखकर बोल रहे थे। कह रहे थे कि 1948 में आर्मी के पहले जनरल बने थे, जबकि जनरल 1949 में बने। हमने कुर्सी पर इनको बिठाया था, हम ही उतारेंगे। एएमयू में जिन्ना की तस्वीरी लगेगी या हनीं ये छात्र तय करेंगे। एएमयू छात्र संघ मशकूर अहमद उस्मानी ने कहा है कि हमारा धरना बॉबे सैयद गेट के अंदर चल रहा है। गेट के बाहर क्या हो रहा है, हमारा उससे मतलब नहीं हैं। शनिवार को मीडिया कर्मी से बदसलूकी करने वाले कौन थे, ये तो नहीं पता लेकिन इतना साफ है कि मीडियाकर्मियों से बदसलूकी करने वाला एएमयू छात्र नहीं हो सकता।
एएमयू के प्रदर्शनकारी छात्रों का समर्थन करने धरना चौक पर पहुंचे जन अधिकार मोर्चा के मधेपुरा (बिहार) से सांसद पप्पू यादव ने कहा कि छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं, पुलिस का हमला है। इसे संसद में उठाया जाएगा। मोदी व योगी इतिहास बदलना चाहते हैं। आप 2019 के चुनाव में देश की जनता भाजपा को हराकर इतिहास बदलने का काम करेगी। उन्होंने भाजपा चेताते हुए कहा कि अब भी वक्त है संभल जाओ। नहीं तो 2019 में सत्ता से बेदखल हो जाओगे।
आपको बता दें कि नौ फरवरी, 2018 को जेएनयू के तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने नारा दिया था अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल ज़िंदा हैं…। भारत तेरे टुकड़े होंगे… इंशाअल्लाह, इंशाअल्लाह। इन नारों को लेकर देश भर में बवाल मचा था। छात्रसंघ के नारे को विरोधियों ने देश विरोधी कार्रवाई करार दिया था। इसका समर्थन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और आप नेता व सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी किया था। दोनों ही नेताओं को राजनीतिक रूप से इसका अभी तक खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।