
कर्नाटक विधानसभा में आज फैसले का दिन, जानिए किसने क्या कहा
बेंगलूरु। कर्नाटक में आज फैसले का दिन है। गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत पेश करने के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि आज सिर्फ मेरी सरकार पर ही संकट नहीं है, बल्कि स्पीकर पर भी जबरन दबाव बनाया जा रहा है। मैंने अपने कार्यकाल में जनता के लिए काम किया है।
सरकार सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार
सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि विपक्ष को सरकार गिराने की काफी जल्दी है। विपक्ष मेरी सरकार गिराना चाहता है। मैं सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हूं।
कुमारस्वामी ने सदन में भाजपा नेताओं से पूछा कि आपको सरकार गिराने की इतनी जल्दी क्यों हैं?
कुछ विधायकों ने स्पीकर की छवि को नुकसान पहुंचाया
एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि यहां पर मैं केवल इसलिए नहीं आया हूं कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन से सरकार चला सकता हूं या नहीं।
अब तक हुई घटनाओं से साफ है कि कुछ विधायकों ने विधानसभा स्पीकर की भूमिका को भी खतरे में डाल दिया है।
येदियुरप्पा का दावा- कुमारस्वामी सरकार का गिरना तय
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व कर्नाटक विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हम 101 प्रतिशत आश्वस्त हैं।
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को 100 से कम विधायकों का समर्थन हासिल है। भाजपा के पास 105 विधायक हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कुमारस्वामी सरकार की हार होगी।
कांग्रेस का व्हिप प्रभावी
कर्नाटक के स्पीकर ने विधानसभा में कहा कि जब कोई सदस्य नहीं आने का निर्णय लेता है तो हमारे अटेंडेंट उन्हें हाजिरी के रजिस्टर में दस्तखत नहीं करने देते हैं।
ऐसे में अनुपस्थित रहने वाले सदस्य सदन में उपस्थित होने पर मिलने वाली परिलब्धियों को पाने के अधिकारी नहीं रह जाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट सर्वोपरि
स्पीकर केआर रमेश ने बहस के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोपरि है। उन्होंने सदन में कांग्रेस के नेता से कहा कि अभी भी आपके द्वारा जारी व्हिप लागू रहेगा।
अदालत को गुमराह न करें येदियुरप्पा
विधानसभा में विश्वासमत पर बहस के दौरान विपक्ष के असहयोगी रवैये से परेशान कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने विपक्ष पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता बीएस येदियुरप्पा देश और कोर्ट को गुमराह कर रहे हैं।
स्पीकर बताएं, बागी नेता योग्य हैं या नहीं
कांग्रेस नेता एच पाटिल ने कहा कि बागी विधायकों का कहना है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया है। ऐसे में जरूरी है कि सदन को पता हो कि बागी विधायकों सदस्य माना जाएगा या नहीं।
कांग्रेस नेता एचे पाटिल ने कहा कि विश्वास मत से पहले यह फैसला करना जरूरी है कि बागी विधायक सदन के सदस्य होंगे या नहीं।
Published on:
18 Jul 2019 03:18 pm
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