8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कर्नाटक क्राइसिस: डीके शिवकुमार से नहीं मिलना चाहते बागी विधायक, होटल के बाहर धारा 144 लागू

Mumbai Police ने बागी विधायकों की सुरक्षा बढ़ाई DK Shivkumar से नहीं मिलेंगे बागी विधायक Rebellion MLAs ने लिखित में मांगी सुरक्षा

2 min read
Google source verification
Mumbai police

नई दिल्‍ली। कर्नाटक क्राइसिस ( karnataka crisis ) का केंद्र अब मुंबई बन गया है। जहां कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ( Congress-JDS Coalition ) के बागी विधायक इस्तीफा देने के बाद मुंबई के रेनिसंस होटल में डेरा जमाए हुए हैं, वहीं उनसे मिलने कांग्रेस के संकटमोचक डीके शिवकुमार ( dk shivkumar ) मुंबई पहुंच गए हैं। लेकिन बागी विधायक डीके शिवकुमार से मिलना नहीं चाहते हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ( Congress leader DK Shivkumar ) के पहुंचने पर मुंबई पुलिस ( Mumbai Police ) से बागी विधायकों ने लिखित में सुरक्षा की मांग की है। बागी विधायकों की मांग पर एक्शन लेते हुए मुंबई पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है।

धारा 144 लागू

साथ ही होटल के बाहर महाराष्ट्र स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स ( MSRPF ) के जवान तैनात कर दिए हैं, जो होटल के प्रवेश द्वार पर आने जाने वालों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। बागी विधायकों से मिलने के लिए रेनिसंस होटल पहुंचे डीके शिवकुमार को पुलिस ने होटल के अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने होटल के बाहर धारा 144 भी लगा दी है।

डीके से नहीं मिलना चाहते हैं Rebellion MLAs

कांग्रेस-जेडीएस ( Congress-JDS ) के बागी विधायकों ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को लिखी चिट्ठी में बताया है कि उनकी जान को खतरा है। लिहाजा होटल के बाहर सुरक्षा मुहैया कराई जाए। इन विधायकों का कहना है कि वो कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ( Cm HD Kumarswamy ) और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार नहीं मिलना चाहते हैं।

बुकिंग कैंसिल

ताज्‍जुब की बात ये है कि जिस होटल में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के 10 बागी विधायक रह रहे हैं, उसी होटल में कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार ने कमरा बुक कराया था। लेकिन होटल ने उनकी बुकिंग ही रद्द कर दी है।

दोस्तों से मिलने की जताई ख्‍वाहिश

कर्नाटक क्राइसिस ( karnataka Crisis ) का समाधान निकालने के लिए मुंबई पहुंचने के बाद मीडिया से बातचीत में शिवकुमार ने कहा कि हम यहां अपने दोस्तों से मिलने आए हैं। उन्हें हमसे जान का कोई खतरा नहीं है। वो हमारी पार्टी के लोग हैं। हमें राजनीति में एक ही साथ पैदा हुए और एक साथ मरेंगे।