Karnataka Crisis: स्पीकर ने बागी विधायकों को जारी किया नोटिस
मंगलवार सुबह 11 बजे मिलने के लिए बुलाया
भाजपा ने विश्वासमत पर वोटिंग का दबाव बनाया
नई दिल्ली। कर्नाटक ( karnataka crisis ) में एचडी कुमारस्वामी सरकार को आज विश्वासमत साबित करना होगा। विधानसभा की कार्यवाही जारी है। विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने गठबंधन सरकार को बहुमत साबित करने के लिए शाम तक का समय दिया है।
स्पीकर ने बताया है कि सारी प्रक्रिया तय वक्त में पूरी होगी। अगर 16 बागी विधायक सदन नहीं पहुंचते हैं, तो उन्हें गैरहाजिर माना जाएगा। बागी विधायकों को स्पीकर ने बुलाया
कर्नाटक में सियासी घमासान के बीच विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने बागी विधायकों को 23 जुलाई को 11 बजे अपने कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया है। गठबंधन नेताओं की ओर से बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए दी गई अर्जी पर यह नोटिस जारी किया गया है।
हर स्तर पर मुहैया कराएंगे सुरक्षा सोमवार को कर्नाटक विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर केआर रमेश ( Speaker KR Ramesh ) ने कहा कि अगर विधायक कहते हैं कि उनपर कोई दबाव बनाया जा रहा है तो वह किसी तरह की सुरक्षा देने को तैयार हैं।
अभी फ्लोर टेस्ट का समय तय नहीं फ्लोर टेस्ट ( Floor Test ) के मामले में स्पीकर ने इतना जरूर कहा है कि हमने पहले ही वादा किया था कि इस प्रक्रिया को सोमवार को पूरा करेंगे। इसलिए हम उसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
SC का फैसला आने तक वोटिंग टलने के आसार दूसरी तरफ सोमवार को कर्नाटक संकट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई न होने की वजह से इस बात की भी चर्चा है कि विश्वास मत पर मंगलवार के लिए मतदान को टाला जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस-जेडीएस के नेता सोमवार को स्पीकर से मुलाकात कर कहेगा कि जबतक इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अपना कोई फैसला नहीं सुना देता है, तब तक के लिए फ्लोर टेस्ट को टाल दिया जाए।
सीएम पद छोड़ सकते हैं कुमारस्वामी इससे पहले कबीना मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा था कि सीएम एचडी कुमारस्वामी गठबंधन सरका बचाने के लिए सीएम का पद कांग्रेस को दे सकते हैं। सरकार बचाने के लिए वो यह त्याग करने को तैयार हैं। इतना ही नहीं एचडी कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस कांग्रेस की ओर से किसी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भी तैयार है। डीके शिवकुमार के मुताबिक जेडीएस ने इस बात की जानकारी कांग्रेस हाईकमान को भी दी है।