18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कर्नाटक में सियासी घमासान जारी, प्रोटेम स्पीकर बनाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची जेडीएस

कर्नाटक में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है। देर शाम भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस अपने विधायकों के साथ बैठक करने जा रही है।

2 min read
Google source verification
bjp-jds

कर्नाटक में सियासी घमासान जारी, प्रोटेम स्पीकर बनाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची जेडीएस

नई दिल्ली। कर्नाटक में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से कर्नाटक में सियासी भूचाल आ गया है। गुरुवार को बहुमत साबित करने के लिए येदियुरप्पा को 15 दिन का समय मिला था। लेकिन, शुक्रवार सुबह सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि अगामी 28 घंटों के भीतर येदियुरप्पा को बहुमत साबित करना होगा। कोर्ट ने साफ कहा कि शनिवार शाम 4 बजे येदियुरप्पा को अपना बहुमत साबित करना होगा। कोर्ट के इस फैसले के बाद से दिल्ली से लेकर कर्नाटक तक सियासी पारा तेज हो गई। इधर, राज्यपाल वजुभाई वाला ने भाजपा विधायक केजी बोपैया को प्रोटम स्पीकर नियुक्त कर दिया। राजनिवास में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। प्रोटम स्पीकर की नियुक्ति के बाद से फिर बवाल शुरू हो गया है। प्रोटेम स्पीकर बनाने के खिलाफ जेडीएस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। वहीं, कांग्रेस ने भी राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है।

कांग्रेस और भाजपा की बैठक

जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद के कृष्णा होटल में कांग्रेस के विधायकों की कुर देर बैठक शुरू होगी। इस बैठक में गुलाम नबी आजाद भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सिद्धारमैया भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। वहीं, जेडीएस नेता कुमार स्वामी भी हैदराबाद के ताज कृष्णा होटल पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि देर शाम भाजपा विधायकों की भी बैठक होगी। मुख्यमंत्री येदुयुरप्पा की अगुवाई में यह बैठक होगी। गौरतलब है कि 50 से 60 विधायक पहले से ही बेंगलुरु में मौजूद हैं, शेष विधायकों के देर रात पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा प्रकाश जावडे़कर और जेपी नड्डा समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे।

कर्नाटक में सियासी उबाल

कर्नाटक में जोड़-तोड़ की राजनीति ने हलचल मचा रखी है। चुंकी, भाजपा के पास 104 विधायक हैं और बहुमत साबित करने के लिए उसे 112 विधायकों की जरूरत है। लिहाजा, कांग्रेस और जेडीएस का आरोप है कि भाजपा उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं कांग्रेस का यह भी आरोप है कि उनके एक विधायक आनंद सिंह को केन्द्र सरकार ने हाईजैक करके दिल्ली में रखा है। हालांकि, कल का दिन सबके लिए खास है, क्योंकि कर्नाटक में अब भाजपा अपनी साख बचाने के लिए एड़ी चोटी एक किए हुए है।