
नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी शिवसेना के बीच जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस ने बुधवार को संभावनाएं तलाशने के लिए शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस विधानसभा चुनाव में चौथे स्थान पर रही है, लेकिन पार्टी शिवसेना के फैसले का इंतजार कर रही है। कांग्रेस की लंबे समय से सहयोगी रही राकांपा ने हालांकि शिवसेना को किसी तरह से समर्थन देने से इनकार कर दिया है।
राज्य के प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे शाम पांच बजे होने वाली बैठक की अध्यक्षता करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण भी बैठक में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी शिवसेना के साथ गठबंधन बनाने पर सोच सकती है। पार्टी नेता हुसैन दलवई ने आईएएनएस से कहा था कि हम शिवसेना को समर्थन देने पर सोच सकते हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे को सबसे पहले इस मुद्दे पर फैसला करना है..कि वह भाजपा से अलग होना चाहते हैं या नहीं।
21 अक्टूबर को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में 44 सीटों के साथ चौथे स्थान पर आने के बाद पार्टी आगे बढ़ने की स्थिति में नहीं है, लेकिन शिवसेना से सही संकेतों का इंतजार कर रही है। हालिया घटनाक्रम में शिवसेना ने सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ बैठक करने से इनकार कर दिया था। सेना ने कहा कि वह ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल के लिए भाजपा से लिखित में आश्वासन चाहती है।
Updated on:
30 Oct 2019 04:08 pm
Published on:
30 Oct 2019 03:58 pm
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