
Devendra Fadnavis
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में पावर शेयरिंग को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच तनातनी चरम पर है। अभी तक दोनों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है। मंगलवार को तो प्रस्तावित बातचीत का दौर भी रदद्यद हो गया। इसके बावजूद बीजेपी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को अपने दूसरे कार्यकाल के रूप में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि शिवसेना आधे-आधे मंत्रीपद और बारी-बारी से दोनों दलों के मुख्यमंत्री बनाने की अपनी जिद छोड़ देगी।
जानकारी के मुताबिक शिवसेना देर से ही सही सरकार में शामिल हो जाएगी। फिलहाल दोनों के बीच चलने वाली जुबानी जंग के थमने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता फिलहाल भावनाओं के शांत होने तक इंतजार करने के पक्ष में दिख रहे हैं। उन्हें भरोसा है कि सीटों की संख्या के आधार पर ही सत्ता की साझेदारी पर समझौता हो जाएगा। इस बीच बीजेपी के एक नेता ने बताया कि फडणवीस 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
शिवसेना के 50-50 फार्मूले से असहमत
इससे पहले मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मैं भरोसा दिलाता हूं कि बीजेपी की अगुआई वाली सरकार ही बनेगी। मैं और पांच साल के लिए मुख्यमंत्री रहूंगा। फडणवीस ने इससे इनकार किया था दोनों दलों के बीच 50-50 जैसे किसी फॉर्मूले पर कभी सहमति बनी थी। उद्धव ठाकरे का दावा है कि इस साल लोकसभा चुनाव से पहले 50-50 फार्मूले के तहत दोनों दलों से ढाई-ढाई साल तक सीएम को लेकर खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और फडणवीस के बीच सहमति बनी थी।
ढाई-ढाई साल तक दोनों दलों के मुख्यमंत्री के फार्मूले को सीएम फडणवीस के खारिज करने के बाद शिवसेना ने सरकार गठन को लेकर दोनों दलों के बीच मंगलवार दोपहर 4 बजे होने वाली बैठक को रद्द कर दिया था।
शिवसेना की टिप्पणियों से नाराज है बीजेपी
देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना के मुखपत्र सामना के बार-बार बीजपी पर हमले करने पर नाराजगी जताई थी। फडणवीस ने कहा था कि सामना बातचीत को पटरी से उतारने का प्रयास कर रहा है। सामना के कार्यकारी संपादक और शिवसेना एमपी संजय राउत ने राउत ने बीजेपी पर तीखा तंज कसते हुए कहा था कि यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता जेल में हैं। यहां हम हैं जो धर्म और सत्य की राजनीति करते हैं।
जानकारी ये भी मिली है कि बुधवार को बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं। दूसरी तरफ शिवसेना की हर घटनाक्रम पर नजर है।
Updated on:
30 Oct 2019 04:04 pm
Published on:
30 Oct 2019 11:15 am
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