
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर उठापटक जारी है। इस बीच बड़ी खबर आई है कि अगले हफ्ते तक सरकार बनाने के लिए कवायद तेज हो गई है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक सरकार बन जाएगी। कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं की इसे लेकर बैठकें लगातार हो रही हैं। सभी नेता शिवसेना के नेताओं से लगातार संर्पक में हैं। शरद पवार ने कहा है कि सरकार जरूर बनेगी और पांच साल तक चलेगी। इसके लिए तीनों दलों को सरकार में शामिल होना होगा।
मंत्रिमंडल को लेकर हुए निर्णय!
बताया जा रहा है कि तीनों पार्टियों में कई मुद्दों को लेकर सहमति तो बनी ही है, मंत्रिमंडल को लेकर भी कई फैसले हो चुके हैं। इसमें शिवसेना और एनसीपी का ढाई-ढाई साल तक मुख्यमंत्री होगा। मंत्रियों की संख्या के बारे में लगभग यह तय है कि शिवसेना और एनसीपी के 14-14 मंत्री होंगे, जबकि कांग्रेस के 12 मंत्री और साथ में कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद भी देने की बात हुई है। जानकारों के अनुसार- ऐसा इसलिए हो रहा है कि शिवसेना और एनसीपी दोनों पार्टियां विधानसभा अध्यक्ष के मामले में अभी भी एक दूसरे पर शक कर रही हैं। कारण ये है कि किसी भी पार्टी में टूट होने पर विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका अहम हो जाती है।
शिवसेना को हिंदुत्व की छवि से बाहर आने की सलाह
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच जो साझा न्यूनतम कार्यक्रम बन रहा है, उसमें शिवसेना को सवारकर को भारत रत्न देने जैसे मांगें छोड़नी होंगी। मतलब यह कि सरकार में शामिल होने के लिए शिवसेना को अपने कट्टर हिंदुत्व की छवि से बाहर निकलना होगा। इसके साथ ही अयोध्या जैसे मामले पर भी संयम बरतना होगा। इस बात की सलाह कांग्रेस और एनसीपी के तरफ से दी गई है।
लागू करना होगा मुसलमानों को आरक्षण
इसके अलावा महाराष्ट्र में मुसलमानों को 5 फीसदी आरक्षण फिर से लागू करना होगा। हां इतना जरूर है कि नई औद्योगिक नीति में स्थानीय युवाओं का कोटा या आरक्षण तय किया जाएगा। शिवसेना यह मांग हमेशा से करती रही है। इसके अलावा बेरोजगार युवकों को मासिक बेरोजगारी भत्ता देने का भी प्रावधान किया जाएगा। किसानों की समस्याओं पर अभी सहमति नहीं बनी है। इसमें पूरी या आंशिक कर्ज माफी, फसल बीमा योजना आदि मुद्दों पर बात होगी।
सोनिया-पवार की बैठक में फैसले पर लगेगी मुहर
बताया जा रहा है कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम के इन मुद्दों पर दिल्ली में सोनिया गांधी और शरद पवार के बीच बैठक होगी। इसी में कई अहम मुद्दों पर अंतिम फैसला होगा। शरद पवार अभी मुंबई से बाहर हैं और वह रविवार को मुंबई पहुंचेंगे फिर सोमवार को वह संसद के शीतकालीन सत्र के लिए दिल्ली में होंगे। इसी दौरान वे 18 या 19 नवंबर को सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। जानकारों के अनुसार- अगले हफ्ते से महाराष्ट्र में सरकार बनाने की प्रकिया में और तेजी आना तय है। अगले 10 दिनों में महाराष्ट्र में नई सरकार शपथ ग्रहण कर लेगी।
Updated on:
15 Nov 2019 10:50 pm
Published on:
15 Nov 2019 10:32 pm
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