
Navjot Singh Sidhu's Supporters protesting outside of his residence
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। कल शाम नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर अपना इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू ने इस पत्र में लिखा कि वो आगे भी कांग्रेस का हिस्सा बने रहेंगे। वहीं अब नवजोत सिंह सिद्धू को इस्तीफा दिए करीब 24 घंटे का समय हो गया है, लेकिन अभी तक कांग्रेस आलाकमान ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। पार्टी के नेता उन्हें पद पर बने रहने के लिए मना रहे हैं। इसी बीच सिद्धू के आवास के बाहर बड़ी संख्या में समर्थकों ने पहुंचकर नारेबाजी शुरू कर दी। समर्थकों का कहना है कि कांग्रेस हाईकमान नेताओं को फैसले लेने की स्वतंत्रता नहीं दे रहा है।
सिद्धू पर दवाब बनाना सही नहीं
बता दे कि सिद्धू के इस्तीफे के बाद उनके आवास पर नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। पार्टी नेता और विधायक उनसे इस पद पर बने रहने की अपील कर रहे हैं। ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक भी उनके आवास के बाहर पहुंचने लगे हैं। समर्थक नारेबाजी करते हुए पार्टी आलाकमान उन्हें फैसले लेने की स्वतंत्रता दे। बता दें कि इन समर्थकों का नेतृत्व शेरी रियार तथा अन्य कांग्रेसी वर्कर कर रहे हैं। सिद्धू के समर्थकों का कहना है कि हमारे नेता पंजाब के हित में काम करना चाहते हैं और उनपर किसी भी तरह का दवाब बनाना कतई सही नही है।
बाजवा का दावा दो दिन में होगा समाधान
जानकारी के मुताबिक आज कादियां के विधायक फतेह जंग सिंह बाजवा और बलविंदर सिंह लाडी नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। सिद्धू के इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने जो भी कुछ किया है पंजाब की जनता से संबंधित मुद्दों पर ही किया हैं। उनके त्यागपत्र का मामला आने वाले 2 दिनों में हल हो जाएगा। बाजवा से पहले, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के हाल ही में बनाए गए कैशियर गुलजार इंदर चहल नवजोत सिंह सिद्धू के आवास पर पहुंचे थे।
गौरतलब है कि कल शाम नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस का हिस्सा बना रहेगा। वहीं आज एक वीडियो संदेश जारी कर नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब की नई सरकार को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बेदअदबी के लिए दोषी लोगों को सुरक्षा दी और उनके केस लड़े उनकी नियुक्तियां हो रही हैं। ऐसे में पंजाब के हालातों में कोई बदलाव नहीं होने वाला, राज्य के हालात वहीं रहेंगे जो कैप्टन अमरिंदर सिंह के समय थे।
Updated on:
29 Sept 2021 05:38 pm
Published on:
29 Sept 2021 04:36 pm
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