
Farmer Protest को सिद्धू का समर्थन, बोले- अब तख्त गिराए जाएंगे, ताज उछाले जाएंगे'
नई दिल्ली। कृषि कानून ( protest against agricultural law ) को लेकर किसानों का आंदोलन ( Farmer Protest ) जारी है। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu ) ने किसानों का समर्थन किया है। सिद्धू ने कहा कि आज किसानों की आवाज पूरी दुनिया में गूंज रही है। पूर्व क्रिकेटर ने एक ट्वीट में कहा कि आज भारत का वास्तविक बहुसंख्यक अपनी शक्ति का एहसास करा रहा है। इसके साथ ही किसानों के प्रदर्शन से देश में विविधता में एकता का भाव पैदा हो रहा है। आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu ) लंबे समय बात देश की राजनीति में सक्रिय दिखाई दिए है।
किसानों की हुंकार आज पूरी दुनिया सुन रही
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि किसान आंदोलन के रूप में ये जो असहमति की चिंगारी फूटी है यह पूरे देश को एक मंच पर लाकर खड़ा कर देगी। यह वो विविधता में एकता है, जिसमें सभी जाति, धर्म, रंग और नस्ल के लोग एक सूत्र से बंधे नजर आते हैं। यही वजह है कि किसानों की हुंकार आज पूरी दुनिया सुन रही है। यही नहींं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो मैसेज के माध्यम से सिद्धू एक बार अपने चिर परीचित शायराना अंदाज में नजर आए हैं। सिद्धू ने एक शायरी में कहा कि, "भट्ठी को दूध पर रखो तो उसका उबलना निश्चित है...और किसानो में रोष और आक्रोश जगा दो तो सरकारों का तख्त ओ ताज उलटना निश्चित है। दरबार ए वतन में जब एक सब जाने वाले जाएंगे... कुछ अपनी मौत को पहुंचेंगे कुछ अपनी सजा को पाएंगे।" सिद्धू ने कहा कि ए खाक नशीनों उठ बैठो, अब तख्त गिराए जाएंगे और ताज उछाले जाएंगे।
सरकार और किसानों के बीच पांच राउंट की वार्ता
कांग्रेस नेता नवजोत ने पंजाब समेत पूरे देश के किसानों से दिल्ली चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 'चलते ही चलो, चलते ही चलो कि अब डेरे दिल्ली में ही डाले जाएंगे, अब तख्त गिराए जाएंगे और ताज उछाले जाएंगे। गौरतलब है कि यूपी, हरियाणा और पंजाब के किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि इन कानूनों को रद्द किया जाए। इस क्रम में किसान पिछले 10 दिनों से दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं। इस बीच सरकार और किसानों के बीच पांच राउंट की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन कोई समाधान निकल कर नहीं आ सका है। अब दोनों के बीच 9 दिसंबर को एक बार फिर बातचीत होनी है।
Updated on:
06 Dec 2020 04:31 pm
Published on:
06 Dec 2020 04:20 pm
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