
NSG commando
राजगढ़/पाट्क्या/खुजनेर. पुलिस हेड कांस्टेबल और पहली महिला एनएसजी कमांडो चुनी गई निर्मला ने अब सब कुछ छोड़कर भक्ति का मार्ग अपना लिया है। वह बगैर पैसा लिए नानी बाई का मायरा की कथा करती हैं। इसमें जो चढ़ावा आता है, उसे भी मंदिरों और कन्याओं को दे देती हैं।
दरअसल, राजगढ़ जिले के गांव पाट्क्या से कुछ दूरी पर स्थित पानी गांव में देव बड़ली पर एक मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। जिसको लेकर निर्मला के पति सुरेंद्र वैष्णव ग्रामीणों के साथ मिलकर चंदा एकत्रित करते हैं। यहां पर स्थित चबुतरे को भव्य रूप देने के लिए पानी गांव सहित आसपास के करीब 8 गांव के ग्रामीणों के साथ यह काम किया जा रहा है। यहां पर छठ पूजा के दौरान नानी बाई का मायरा भी कथा के रूप में सुनाई थी।
पुलिस में भी दी सेवाएं
राजस्थान के झालावाड़ से पुलिस कांस्टेबल रही निर्मला मेहरा पुलिस में भी अपनी सेवाएं दे चुकी है। निर्मला मेहरा ने बताया कि भक्ति ऐसा मार्ग है। जिससे हर कोई जुड़ सकता है। उन्होंने बताया कि इस बारे में आइजी तक को बता रखा है ओर पुलिस में अवैतनिक सेवाएं दे रही है। उन्हें जब भी मौका मिलता है। वह जगह जगह जाकर कथा का वाचन करती हैं। उन्होंने बताया कि वे सभी कथाएं नि:शुल्क करती हैं। इस दौरान जो चढ़ावा और सामग्री आती है, उसे वह गांव में स्थित मंदिरों में व वहीं की कन्याओं को दे देती हैं।
कालबेलिया डांस में गोल्ड मेडल
निर्मला ने बताया कि उन्हें कालबेलिया डांस में गोल्ड मेडल मिला था। वहीं कबड्डी की नेशनल टीम में कप्तान भी रही है। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में रामगंज मंडी विधानसभा सीट से भी भाग्य आजमाया, लेकिन अब सब कुछ छोड़कर श्रीकृष्ण की भक्ति में रम चुकी हैं। उन्होंने बताया कि भक्ति ऐसा मार्ग है जिससे हर कोई जुड़ सकता है।
Published on:
15 Sept 2021 07:07 pm
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