ऐसे में मानसून सत्र में संसद की कार्यवाही कैसे चलेगी और कामकाज किस तरह से हो पाएगा, इसको लेकर अभी से ही सरकार के अंदर चिंता दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी तरह कोविड वैक्सीनेशन पर चर्चा को लेकर सरकार गंभीर है। लिहाजा, सरकार ने आज की कार्यवाही और विपक्ष के तेवर को देखते हुए, साथ ही वैक्सीनेशन को लेकर मंगलवार (20 जुलाई) को एक बार फिर से सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
Parliament Monsoon Session LIVE update: लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, मंगलवार 11 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित
जानकारी के मुताबिक, सरकार ने मंगलवार शाम 6 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बता दें कि बीते दिन रविवार (18 जुलाई) को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। बैठक के दौरान विपक्ष ने अपने-अपने सुझाव दिए और बताया कि किन-किन मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। इसपर पीएम मोदी ने स्पष्टता के साथ कहा कि सरकार हर विषय पर स्वस्थ और सार्थक चर्चा के लिए तैयार हैं।
कोविड प्रंबनधन और वैक्सीनेशन नीति पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सभी राजनीतिक दलों के लोकसभा और राज्यसभा में सदन नेताओं के साथ कोविड वैक्सीनेशन नीति पर अहम बैठक करेंगे। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस बैठक के दौरान कोविड प्रबंधन को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि देश में तेजी के साथ कोविड वैक्सीनेशन को आगे बढ़ाया जा रहा है और अब तक 40 करोड़ से अधिक लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाई गई है।
पीएम ने कहा कि वे चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो। “प्राथमिकता से इसकी चर्चा हो और सारे व्यवहारू सुझाव सभी सांसदों से मिलें ताकि महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है, कुछ कमियां रह गई हों तो उनको भी ठीक किया जा सकता है और इस लड़ाई में सब साथ मिल करके आगे बढ़ सकते हैं।”
पीएम मोदी सदन में नए मंत्रियों का नहीं करा पाए परिचय
आपको बता दें कि मानसून सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष ने इस कदर हंगामा किया कि पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल में शामिल नए सदस्यों का लोकसभा में परिचय तक नहीं करा पाए। इसके बाद राज्यसभा में हंगामे के बीच पीएम मोदी विपक्ष पर जमकर बरसे और कहा कि विपक्ष की मानसिकता महिला विरोधी है।
प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि जब देश के किसान परिवार के बच्चे मंत्री बनकर सदन में पहुंचे हैं तो कुछ लोगों को इससे बड़ी पीड़ा हो रही है। जब सदन में मंत्री बनी महिलाओं का परिचय हो रहा है तो वह कौन सी महिला विरोधी मानसिकता है कि इन महिलाओं के नाम भी नहीं सुनना चाह रहे हैं।
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पीएम मोदी ने आगे कहा कि ऐसी मानसिकता है जो दलितों, आदिवासियों और किसानों के बेटों का गौरव नहीं करना चाहते हैं। ऐसी मानसिकता पहली बार सदन ने देखी है। इससे पहले लोकसभा में पीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस बार कई दलित भाई और महिलाएं मंत्री बने हैं। इनमें से कई दलित, आदिवासी, और किसान के बेटे हैं। लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है कि ये मंत्री बने हैं। यदि हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला है और सदन में उनका परिचय होता तो आनंद आता। बता दें कि भारी हंगामें के बीच दोनों सदनों को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।