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52 साल में पहली बार होगा वीएचपी का चुनाव, प्रवीण तोगड़िया का जाएगा कार्यकारी अध्यक्ष पद

locationनई दिल्लीPublished: Apr 11, 2018 01:26:55 pm

Submitted by:

Kapil Tiwari

14 अप्रैल को गुरुग्राम में वीएचपी कार्यकारी बोर्ड की मीटिंग होनी है, जिसमें प्रवीन तोगड़िया और राघव रेड्डी को उनके पदों से हटाया जा सकता है।

Praveen Togadia
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद में लगातार अपने घटते कद की वजह से सुर्खियों में रहने वाले प्रवीण तोगड़िया को जल्द ही संगठन में उनके पद से हटाया जा सकता है। आपको बता दें कि पिछले काफी समय से प्रवीण तोगड़िया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच विवाद की खबरें आती रही हैं। पीएम मोदी से विवाद की खबरों को लेकर प्रवीण तोगड़िया कई बार मीडिया के सामने आकर सुर्खियों में रहे हैं। अब कहा जा रहा है कि जल्द ही वीएचपी ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष के पद से हटाया जा सकता है।
वीएचपी के कार्यकारी पद से हटेंगे प्रवीण तोगड़िय़ा
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, 14 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद की कार्यकारी मीटिंग मेंप्रवीण तोगड़िया और विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष राघव रेड्डी को उनके पदों से हटाया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, आरएसएस के नेतृत्व ने विश्व हिंदू परिषद को निर्देश दे दिया है कि जरूरत पड़ने पर संगठन के संविधान के अनुसार संगठन के चुनाव भी कराए जाएं और अगर ऐसा होता है तो 52 साल बाद ऐसा होगा, जब विश्व हिंदू परिषद में अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराया जाएगा।
14 अप्रैल को गुरुग्राम में होगी कार्यकारी बोर्ड की मीटिंग
कहा यही जा रहा है कि इस समय आरएसएस नहीं चाहता है कि प्रवीण तोगड़िया वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष और राघव रेड्डी वीएचपी के अध्यक्ष बने रहे। इसीलिए 14 अप्रैल को गुरुग्राम में होने वाली कार्यकारी बोर्ड की मीटिंग में दोनों को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। वहीं जानकारी के मुताबिक, राघव रेड्डी की जगह वी. कोकजे को वीएचपी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
52 साल बाद वीएचपी का हो सकता है चुनाव
हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्टस में कहा जा रहा है कि कार्यकारी अध्यक्ष और अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराना भी तय हो गया है। ये चुनाव बोर्ड मीटिंग वाले दिन ही होगा। विश्व हिन्दू परिषद 52 सालों में पहली बार अपने अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए चुनाव करवाएगा। इस पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं और परिषद के सदस्यों में किसी एक के नाम पर सहमति नहीं बन सकी, जिसके बाद चुनाव कराने का फैसला किया गया है।
दिसंबर 2017 में ही तोगड़िया और राघव रेड्डी का कार्यकाल हो गया था खत्म
वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और वीएचपी के अध्यक्ष राघव रेड्डी का कार्यकाल पिछले साल दिसम्बर में ही ख़त्म हो गया था। वीएचपी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए बीते 29 दिसंबर को भुवनेश्वर संगठन के कार्यकारी बोर्ड की बैठक हुई थी। संघ के सूत्रों के अनुसार संघ के बड़े अधिकारियों के पास ये जानकारी है कि प्रवीण तोगड़िया ने गुजरात में बीजेपी के खिलाफ कई काम किए थे, इसलिए बीजेपी हाईकमान प्रवीण तोगड़िया से काफी नाराज है।
तोगड़िया और मोदी सरकार के बीच रहे हैं मतभेद
संघ का तोगड़िया को हटाने के पीछे एक कारण ये भी है कि मोदी सरकार बनने के बाद से जिस तरह से प्रवीण तोगड़िया मोदी और बीजेपी के खिलाफ खुल कर हमले करते हैं, इससे सरकार और बीजेपी दोनों पर विपक्ष को भी हमला करने का मौका मिल जाता है।प्रवीण तोगड़िया ने पिछले दिनों अपने एनकाउंटर का आरोप इशारों-इशारों में पीएम मोदी और उनकी सरकार पर बड़े आरोप लगाए थे। संघ नहीं चाहता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार और बीजेपी के साथ उनके अन्य संगठनों के बीच में किसी भी तरह मतभेद आम जनता के सामने आए।

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