विभागों के फेरबदल की तैयारी
वैसे तो लंबे समय से ये खबर आ रही है कि सीएम अपने मंत्रियों को विभागों में फेरबदल करने जा रहे हैं। लेकिन अब इसको अंतिम रूप दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि मंत्रियों के विभागों के फेरबदल का सबसे ज्यादा असर नवजोत सिंह सिद्धू पर पड़ने वाला है। क्योंकि सीएम सार्वजनिक रूप से सिद्धू के कामकाज को लेकर अंगुली उठा चुके हैं। यही नहीं उन्होंने सिद्धू की परफॉर्मेंस पर भी सवाल खड़े किए थे।
मंत्रियों के विभाग बदलने के पीछे सिर्फ नवजोत सिंह सिद्धू ही नहीं बल्कि सीएम के निशाने पर दो-तीन और मंत्री भी हैं। इन मंत्रियों का कसूर है कि इन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। जिन इलाकों की इन पर जिम्मेदारी थी वहां ये बढ़त नहीं दिला पाए।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली है। उन्हें इंतजार है तो बस कांग्रेस आलाकमान के इशारे का। इसके बाद वे अपनी अगली रणनीति पर काम करना शुरू कर देंगे। आपको बता दें कि अमरिंदर सिंह लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद ही सिद्धू का विभाग बलदने की बात कह चुके हैं।
वाक पटुता में भले ही सिद्धू को हराना मुश्किल हो लेकिन राजनीति में वो कैप्टन से अभी कमजोर हैं। हालात तो कुछ यही बयां कर रहे हैं। दरअसल लोकसभा चुनाव के बाद जैसे ही कैप्टन ने सिद्धू के विभाग बदलने की बात कही। सिद्धू ने ताबड़तोड़ गलतियां कर डालीं और कैप्टन की चाल में फंस गए। सिद्धू मुख्यमंत्री की ओर से बुलाई गई कांग्रेस की बैठक में नहीं पहुंचकर पहली गलती कर बैठे। इसके बाद उनकी पत्नी नवजोत कौर ने ये कहकर बड़ा बयान दे दिया सिद्धू को पार्टी की ओर से बुलाया ही नहीं गया।