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‘आधार डेटाबेस की सुरक्षा में सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध’, कांग्रेस ने उठाए सवाल

आधार डेटाबेस, जिसमें एक अरब से अधिक भारतीयों की बॉयोमीट्रिक्स और व्यक्तिगत जानकारियां शामिल हैं, उसमें सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध लगा दी गई है।

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Chandra Prakash Chourasia

Sep 11, 2018

UIDAI

'आधार डेटाबेस की सुरक्षा में सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध', कांग्रेस ने उठाए सवाल

नई दिल्ली। आधार के डेटाबेस की सुरक्षा के बीच मंगलवार को एकबार फिर डेटा में सेंध की खबर सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एक सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध लगा दी गई है, जिसकी मदद से आधार की सिक्युरिटी फीचर को बंद किया जा सकता है। इसी को आधार बनाकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा कि विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) में दर्ज लोगों के विवरण खतरे में हैं।

कांग्रेस बोली- खतरे में आधार

कांग्रेस ने एक ट्वीट में कहा कि आधार नामांकन सॉफ्टवेयर के हैक हो जाने से आधार डेटाबेस की सुरक्षा खतरे में आ सकती है। हमें उम्मीद है कि अधिकारी भावी नामांकनों को सुरक्षित करने और संदिग्ध नामांकन की पुष्टि के लिए उचित कदम उठाएंगे।

2500 रूपए में बन सकता है आधार: रिपोर्ट

'हफपोस्ट इंडिया' ने खुलासा किया है कि आधार डेटाबेस, जिसमें एक अरब से अधिक भारतीयों की बॉयोमीट्रिक्स और व्यक्तिगत जानकारियां शामिल हैं, उसमें सॉफ्टवेयर पैच के जरिए सेंध लगा दी गई है। दावा किया गया है कि कोई भी अनधिकृत व्यक्ति 2,500 रुपए में आसानी से मिलने वाले इस पैच के जरिए दुनिया भर में कहीं भी आधार आईडी बना सकता है।

फ्रांसीसी सुरक्षा विशेषज्ञ ने पहले ही उठाए थे सवाल

पिछले महीने फ्रांसीसी सुरक्षा विशेषज्ञ इलियट एल्डर्सन ने यूआईडीएआई से सवाल किया था कि क्यों इसकी हेल्पलाइन संख्या कई लोगों के फोन पर उनकी जानकारी के बिना दर्ज हो गई, जिससे काफी विवाद हुआ था। अब उन्होंने एक बार फिर कहा है कि यूआईडीएआई डेटा में सेंध को रोकने के लिए हैकर्स के साथ काम करें। इलियट ने कहा कि मैं दोहराता हूं कि कोई भी चीज ऐसी नहीं है, जिसे हैक न किया जा सके। यह आधार पर भी लागू होती है। कभी भी बहुत देर नहीं होती। सुनिए और हैकर्स को धमकी देने के बजाए उनसे बात कीजिए।

ट्राई अध्यक्ष के आधार का डेटा भी हुआ था लीक

इलियट एल्डर्सन के बयान के बाद भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अध्यक्ष आर. एस. शर्मा ने आधार की सुरक्षा का पुख्ता दावा करते हुए अपना 12 अंकों का आधार नंबर जारी कर दिया। उन्होंने कहा था कि अगर इससे सुरक्षा से जुड़ा कोई खतरा है, तो कोई मेरे आंकड़े लीक करके दिखाए और उनकी इस चुनौती के कुछ घंटे बाद ही उनके आंकड़े लीक हो गए। एट एफएसओसी131वाई' के ट्विटर हैंडल से ट्वीट्स की श्रृंखला में शर्मा के निजी जीवन के कई आंकड़े, उनके 12 अंकों की आधार संख्या के माध्यम से जुटाकर जारी कर दिए, जिनमें शर्मा का निजी पता, जन्मतिथि, वैकल्पिक फोन नंबर आदि शामिल है। उन्होंने इन आंकड़ों को जारी करते हुए शर्मा को बताया कि आधार संख्या को सार्वजनिक करने के क्या खतरे हो सकते हैं।


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