मोदी जी की कथनी और करनी में फर्क-कुशवाहा
महागठबंधन में शामिल होने के बाद पहली बार उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली। कुशवाहा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए छोड़ने का सबसे बड़ा कारण अपमान है। घटक दलों में हमेशा अपमान सहना पड़ा। लेकिन राहुल गांधी और लालू यादव ने उदारता दिखाई। अब हम यूपीए का हिस्सा हैं। कुशवाहा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम ने कहा था पढ़ाई, दवाई और कमाई के लिए बाहर नहीं जाना होगा, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अतंर है। घटक दल का हिस्सा होने के बावजूद हमारी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की गई। इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को भी अड़े हाथ लिया। कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जी ने नीचा कहकर मुझे अपमानित किया। सरकार के खिलाफ 2 फरवरी को पटना में आक्रोश मार्च निकाला जाएगा। कुशवाहा ने राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा कि राहुल ने जो कहा वह कर दिखाया कांग्रेस की सरकार का पहला फैसला किसानों की कर्जमाफी का है।
देश में अघोषित इमरजेंसी- तेजस्वी यादव
महागठबंधन के पहले से हिस्सा रहे आरजेडी के नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यंत्री नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी ने घटक दलों के साथ तानाशाही रवैया अपना रखा है। देश में अघोषित इमरजेंसी लागू है। जनता को गुमराह करने वालों के खिलाफ यह महागठबंधन है। सीबीआई, ईडी और आरबीआई को बचाने के लिए ये गठबंधन किया गया है। तेजस्वी यादव ने भाजपा और जदयू पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में एक इंजन अपराध में और दूसरा इंजन भ्रष्टाचार में लिप्त है। मोदी सरकार ने बिहार को ठगा है वहीं नीतीश ने जनादेश का अपमान किया है। लेकिन जनता ठगों को जवाब देने के लिए मूड बना ली है।