नई दिल्ली। देश की सबसे अहम और ऐतिहासिक इमारत लाल किले का रख-रखाव का जिम्मा निजी कंपनी डालमिया ग्रुप करेगी। मोदी सरकार ने यह फैसला लिया है, लेकिन सरकार के इस फैसले से बवाल खड़ा हो गया है।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल ने सरकार के इस फैसले को गलत बताया हैष कांग्रेस ने पूछा कि एक निर्वाचित सरकार आखिर सरकारी इमारतों को निजी हाथों में कैसे सौंप सकती है?