
भारत का बंटवारा क्यों किया अगर पाकिस्तान, बांग्लादेश के लोग यहां वापस आना चाहते हैं: सुब्रमण्यम स्वामी
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी हर मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। इस वक्त एनआरसी का मुद्दा देश में गर्माया हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हमले कर रही हैं। वहीं सुब्रमण्यम स्वामी भी एनआरसी पर ममता बनर्जी को घेरे हुए हैं। उन्होंने अपने बांग्लादेश से जमीन वापस लेने के ट्वीट पर अब सफाई दी है और साथ ही बताया है कि आखिर उन्होंने ये ट्वीट क्यों किया। राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोग वापस यहां आना चाहते हैं तो भारत का बंटवारा क्यों किया गया। अंग्रेजों ने इसी बिना पर देश का बंटवारा किया था कि मुस्लिम पाकिस्तान में रहेंगे और हिंदू भारत में। बता दें कि स्मावी ने हाल ही में ट्वीट किया था कि भारत को बांग्लादेश को बताना चाहिेए अपने लोग वापस ले ले जो अवैध तरीके से भारत में रह रहे हैं या फिर वह जमीन दो जो हमने 1947 के दौरान उन मुसलमानों को दी थी जो भारत में नहीं रहना चाहते थे।
Patrika .com/political-news/assam-gov-jagdish-mukhi-advocated-implementing-nrc-across-country-1-3189171/">असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने एनआरसी को देश भर में लागू करने की वकालत की
स्वामी ने बोल सीएम बनर्जी पर हमला
एनआरसी के मुद्दे पर सीएम ममता बनर्जी के गृह युद्ध वाले बयान को भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने ममता पर पलटवार करते हुए कहा है कि उनकी ये हिम्मत कैसे हुई कि वो इस मुद्दे पर गृह युद्ध की धमकी केंद्र सरकार को दें। यह सीएम के पद के विशेषाधिकारों को घोर उल्लंघन है। इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वो पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करे। वैसे भी पश्चित बंगाल में अराजकता कि स्थिति है और राष्ट्रपति शासन लगाने का उचित आधार बनता है।
भारत कोई धर्मशाला नहीं
भाजपा के वरिष्ठ और अपने गंभीर बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि यहां पर कोई भी किसी भी देश से आकर बस जाए। अभी तो असम में एनआरसी लागू हुआ है। अगर हमारी सरकार पश्चिम बंगाल में आएगी तो हम वहां पर भी एनआरसी लागू करें
Published on:
01 Aug 2018 01:48 pm
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